Rajasthan / बेटे की मौत के बाद बहू को पढ़ा-लिखा कर बनाया लेक्चरर, फिर धूमधाम से करवाई शादी…

राजस्थान के सीकर से ये पूरा मामला अपनी विधवा बहू की दोबारा शादी कराने का है.इसके पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं लेकिन यह अपने आप में सबसे अलग है.इसके पीछे का कारण यह है कि शादी के 6 महीने बाद बेटे की ब्रेन स्ट्रोक से मौत हो गई थी.इसके बाद ससुराल वालों ने अपनी बहू को प्रताड़ित नहीं किया बल्कि उसे पढ़ाना शुरू कर दिया.पढ़ा-लिखा कर अपनी बहू को फर्स्ट ग्रेड की लेक्चरर बनाया और उसके बाद धूमधाम से उसकी शादी कर दी.

Vikrant Shekhawat : Jan 24, 2022, 07:14 PM
Rajasthan Sikar Virel News : अक्सर समाज में कुछ ऐसे मामले सामने आते हैं जो सबके लिए प्रेरणादायक होते हैं. ऐसे ही एक मामला इन दिनों राजस्थान के सीकर से सामने आया है जिसकी लोग खुलकर तारीफ कर रहे हैं. दरअसल ये पूरा मामला अपनी विधवा बहू की दोबारा शादी कराने का है. इसके पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं लेकिन यह अपने आप में सबसे अलग है. इसके पीछे का कारण यह है कि शादी के 6 महीने बाद बेटे की ब्रेन स्ट्रोक से मौत हो गई थी. इसके बाद ससुराल वालों ने अपनी बहू को प्रताड़ित नहीं किया बल्कि उसे पढ़ाना शुरू कर दिया. पढ़ा-लिखा कर अपनी बहू को फर्स्ट ग्रेड की लेक्चरर बनाया और उसके बाद धूमधाम से उसकी शादी कर दी.

लोग समझ नहीं पाए कि बेटी थी या बहू


Rajasthan Sikar Virel Video : शादी समारोह के दौरान दुल्हन बनी अपनी विधवा बहू को कुछ इस तरह विदा किया गया कि लोगों को समझ नहीं आया की ये लड़की का मायका था या ससुराल. इस शादी में बहू के घर वाले भी मौजूद थे लेकिन वह सिर्फ मूक दर्शक बने हुए थे क्योंकि सारी व्यवस्था ससुराल वालों ने करवाई थी. दुल्हन का नाम सुनीता था और दुल्हन के साथ ससुर दोनों सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं. दुल्हन बनी सुनीता का कहना है कि जितना प्यार उसे यहां मिला उतना तो अपने घर में भी नहीं मिला था.

दहेज मुक्त शादी का दिया संदेश

Rajasthan Sikar Virel Video : सुनीता ने बताया कि उसकी पहले जब इस घर में शादी हुई थी तब भी कुछ भी दहेज में नहीं लिया गया था. उसने बताया कि उसकी सास को दहेज प्रथा से सख्त नफरत है इसलिए उन्होंने दोनों बेटों की शादी में एक रुपए भी दहेज नहीं लिया. सुनीता का जिस लड़के से अभी विवाह किया गया है वह भी एक दहेज मुक्त विवाह था. सास और शिक्षिका कमला देवी ने कहा कि हम चाहते थे कि अपनी बहू को खुशी खुशी विदा करें और इससे अच्छा तरीका कुछ नहीं हो सकता था. उन्होंने कहा कि हमने अपनी बहू के माता-पिता को भी लड़के और उसके परिवार से मिलवा दिया था ताकि उन्हें भी पूरी संतुष्टि हो जाए.