Vikrant Shekhawat : Nov 07, 2023, 09:00 AM
SL vs BAN: वर्ल्ड कप 2023 में अब तक खेले गए पिछले 37 मैचों में से शायद ही किसी मुकाबले के खत्म होने का इतना ज्यादा इंतजार रहा होगा, जितना बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच नई दिल्ली में खेले गए 38वें मैच को लेकर था. बांग्लादेश के खिलाफ ‘टाइम आउट’ दिए गए श्रीलंकाई दिग्गज मैथ्यूज ने मैच के दौरान तो ज्यादा गुस्सा नहीं दिखाया लेकिन मैच खत्म होने के बाद उन्होंने अपने गुस्से पर लगाम भी नहीं रखी. पूर्व श्रीलंकाई कप्तान ने बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन की हरकत को शर्मनाक बताते हुए भरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जमकर खरी-खोटी सुनाई.सोमवार 6 नवंबर को खेले गए इस मैच में वो तस्वीर देखने को मिली, जो इंटरनेशनल क्रिकेट के 146 साल में कभी नहीं दिखी थी. इसका शिकार श्रीलंका के पूर्व कप्तान और दिग्गज ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज हुए. श्रीलंकाई पारी के 25वें ओवर में एंजेलो मैथ्यूज को 2 मिनट के तय समय के अंदर खेलने के लिए तैयार नहीं होने के कारण टाइम आउट करार दिया गया. इंटरनेशनल क्रिकेट में इस तरह से आउट होने वाले वो पहले क्रिकेटर बने. इसके बाद से ही ये बवाल का मुद्दा बन गया.‘शर्मनाक…बहुत नीचे गिरे शाकिब…’बांग्लादेश ने अपनी दमदार बल्लेबाजी से ये मैच जीत लिया. जीत के स्टार खुद कप्तान शाकिब थे, जिन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्होंने जो किया वो नियम के दायरे में था और जीत के लिए वो कोई भी चांस लेने के लिए तैयार हैं. इसके बाद सबकी नजरें श्रीलंका की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर थीं और श्रीलंकाई टीम ने भी मैथ्यूज को ही इस जिम्मेदारी के लिए भेजा. एक बार मुद्दा उठने की देर थी और फिर मैथ्यूज ने शाकिब और बांग्लादेशी टीम के खिलाफ अपना जुबानी हमला शुरू कर दिया.मैथ्यूज ने बांग्लादेशी कप्तान को लपेटते हुए कहा कि इस मैच से पहले तक उनके मन में हमेशा से शाकिब के लिए बहुत इज्जत थी लेकिन यहां से वो पूरी तरह खत्म हो गई. उन्होंने आगे कहा कि शाकिब और उनकी टीम ने जो किया वो बेहद शर्मनाक था और अगर कोई टीम विकेट लेने के लिए इस स्तर पर गिरने को तैयार है तो (खेल में) कुछ बेहद गलत है. मैथ्यूज ने ये भी कहा कि अगर मांकडिंग (नॉन स्ट्राइक पर रन आउट) या खेल में बाधा पहुंचाने पर आउट होते तो समझ आता लेकिन उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया था.‘सम्मान करोगे तो सम्मान मिलेगा’इतना ही नहीं, मैथ्यूज ने दावा किया कि उनके 2 मिनट पूरे नहीं हुए थे और जब हेल्मेट का स्ट्रैप टूटा तो उस वक्त भी 5 सेकेेंड का वक्त बचा था. उन्होंने कहा कि अंपायरों ने भी ये सब देखा लेकिन फिर बताया कि बांग्लादेश ने अपील कर दी. मैथ्यूज ने कहा कि मेरे दो मिनट पूरे नहीं हुए थे तो इस तरह के फैसले में कॉमनसेंस कहां है.मैथ्यूज इतने में ही नहीं रुके और एक बार फिर बांग्लादेशी टीम को लपेटते हुए कहा कि अपने 15 साल के इंटरनेशनल करियर में उन्होंने किसी खिलाड़ी या टीम को इतना नीचे गिरते हुए नहीं देखा. मैच के बाद ज्यादातर श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने बांग्लादेशी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया. जब इसके बारे में मैथ्यूज से पूछा गया तो श्रीलंकाई दिग्गज ने बेझिझक कहा- “हम उनका ही सम्मान करेंगे जो हमारा सम्मान करेंगे.