Vikrant Shekhawat : Oct 17, 2021, 01:45 PM
नई दिल्ली: सिंघु बॉर्डर के पास दलित युवक की हत्या के मामले में कुल 4 निहंगों की गिरफ्तारी अब तक हो चुकी है। सरबजीत के अलावा एक अन्य निहंग के पंजाब से पकड़े जाने की खबर शनिवार शाम को सामने आई थी। इसके बाद इस मामले में दो अन्य निहंगों को गिरफ्तार किया गया है। हरियाणा पुलिस ने इन लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों के नाम भगवंत सिंह और गोविंद सिंह बताए जा रहे हैं। इससे पहले शनिवार को पुलिस ने नारायण सिंह नाम के एक युवक को गिरफ्तार किया था। यह इस क्रूर हत्या के मामले में दूसरी गिरफ्तारी थी।बताया जा रहा है कि नारायण सिंह निहंग सिख है। अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने नारायण सिंह को जिले के अमरकोट गांव के पास से पकड़ा है। बता दें कि इस मामले में पुलिस ने इससे पहले सरबजीत सिंह को गिरफ्तार किया था। कहा जा रहा है कि सरबजीत सिंह ने कुछ लोगों के नाम पुलिस को बताए हैं। जिसके बाद आशंका है कि यह दूसरी गिरफ्तारी पुलिस ने इसी सूचना के आधार पर की है। उम्मीद यह भी है कि इस बर्बर हत्याकांड में आगे और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।अमृतसर (ग्रामीण), पुलिस अधीक्षक, राकेश कौशल ने बताया, 'हमने उसने उसके गांव में एक गुरुद्वारे के बाहर से गिरफ्तार किया है। जब उसे लगा कि वो बच नहीं सकता तब वो बाहर आ गया। हरियाणा पुलिस को सूचना दी गई है। सोनीपत से उनकी टीम निकल चुकी है। हम कानून के मुताबिक उसे उनके हवाले कर देंगे। अगर वो नहीं आते हैं तब हम यहीं इसकी जांच-पड़ताल करेंगे।'पुलिस के मुताबिक उसने कबूल किया है कि लखबीर की हत्या में वो शामिल था। उसने बताया कि जब उसे बताया गया था कि लखबीर ने गुरु ग्रंथ साहिब का अपमान किया है तब उसे गुस्सा आ गया और उसने उसके पांव काट दिये। जिसके बाद खून बहने से उसकी मौत हो गई। इधर सोनीपत की एक अदालत ने सिंघु बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन स्थल पर एक व्यक्ति की पीट पीटकर हत्या करने के संबंध में गिरफ्तार सरबजीत सिंह को शनिवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। आरोपी ने इस जघन्य हत्या में कुछ और लोगों के शामिल होने का संकेत दिया है। पंजाब के तरन तारन जिले के मजदूर लखबीर सिंह का शव शुक्रवार को दिल्ली-हरियाणा सीमा पर एक अवरोधक से बंधा हुआ पाया गया जहां कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारी डेरा डाले हुए हैं। सिंह का एक हाथ कटा हुआ मिला और शरीर पर धारदार हथियारों के कई घाव मिले। इस घटना के लिए निहंगों के एक समूह को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। सोनीपत पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरबजीत की हिरासत मांगते हुए पुलिस ने अदालत में कहा कि उन्हें गिरफ्तार आरोपी से कुछ चीजें बरामद करनी है। उन्होंने बताया कि सरबजीत ने पूछताछ के दौरान चार और लोगों के नाम बताए हैं और घटना में उनकी संलिप्तता का संकेत दिया है। सोनीपत के पुलिस उपाधीक्षक वीरेंद्र सिंह ने फोन पर बताया, ''हमने सरबजीत को अदालत में पेश किया।अदालत ने आरोपी को सात दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। आरोपी ने मामले में चार और लोगों की संलिप्तता का संकेत दिया है और उनके नाम लिए हैं...हम इस संबंध में जांच कर रहे हैं। हमें गिरफ्तार आरोपी से अपराध में इस्तेमाल हथियार समेत कुछ सामान बरामद करने हैं और साथ ही उसने जो कपड़े पहन रखे थे, वे भी बरामद करने हैं।'' डीएसपी ने बताया कि अपराध में शामिल आरोपी पांच से ज्यादा हो सकते हैं। मामले की आगे जांच की जा रही है। शुक्रवार को हुई इस वारदात के कुछ घंटों बाद निहंग सिख की तरह नीले कपड़े पहना एक व्यक्ति मीडिया के समक्ष पेश हुआ और दावा किया कि उसने सिखों के एक पवित्र ग्रंथ की ''बेअदबी'' के लिए पीड़ित को ''सजा'' दी। अन्य निहंगों ने दावा किया था कि उसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया जबकि पुलिस ने बाद में कहा था कि गुरदासपुर जिले के रहने वाले आरोपी सरबजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे पहले शुक्रवार को सोशल मीडिया पर चली एक वीडियो क्लिप में कुछ निहंगों को घायल व्यक्ति के आसपास खड़े हुए देखा गया और उसका कटा हुआ बायां हाथ उसके सिर के पास पड़ा था। निहंगों को उस पर सिखों के एक पवित्र ग्रंथ की बेअदबी करने का आरोप लगाते हुए सुना गया। वीडियो में दिखाई दिया कि निहंगों का समूह बुरी तरह घायल व्यक्ति से पूछ रहे हैं कि वह कहां से आया और किसने उसे भेजा है। घायल व्यक्ति उनसे पंजाबी में गुहार लगा रहा था। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को राज्य के गृह मंत्री अनिल विज और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की तथा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। तरन तारन जिले के गांव में सिंह का परिवार सदमे में है और उन्होंने कहा कि वह कभी पवित्र ग्रंथ की बेअदबी नहीं कर सकते। भीड़ द्वारा पीट पीटकर हत्या करने की इस घटना के संबंध में सोनीपत के कुंडली पुलिस थाने में हत्या का मामला दर्ज किया गया है।