India vs West Indies / टीम इंडिया को अश्विन का मैसेज- Out करता हूं, Out हुआ नहीं हूं

एक तीर से दो शिकार. ये मुहावरा तो आपने सुना ही होगा. और, उम्मीद है कि इसके मायनों को भी समझते होंगे. डॉमिनिका टेस्ट में अश्विन ने भी यही किया है. उन्होंने अपने गेंदों के ‘बाण’ वेस्टइंडीज पर चलाए हैं, पर उसके जरिए निशाना खुद की टीम पर भी साधा है. अगर सीधे शब्दों में कहें तो अश्विन सिर्फ वेस्टइंडीज से नहीं, टीम इंडिया से भी लड़ रहे हैं. और ये भी जान लीजिए कि इन दोनों ही मोर्चों पर पलड़ा उन्हीं का भारी है.

Vikrant Shekhawat : Jul 13, 2023, 02:05 PM
India vs West Indies: एक तीर से दो शिकार. ये मुहावरा तो आपने सुना ही होगा. और, उम्मीद है कि इसके मायनों को भी समझते होंगे. डॉमिनिका टेस्ट में अश्विन ने भी यही किया है. उन्होंने अपने गेंदों के ‘बाण’ वेस्टइंडीज पर चलाए हैं, पर उसके जरिए निशाना खुद की टीम पर भी साधा है. अगर सीधे शब्दों में कहें तो अश्विन सिर्फ वेस्टइंडीज से नहीं, टीम इंडिया से भी लड़ रहे हैं. और ये भी जान लीजिए कि इन दोनों ही मोर्चों पर पलड़ा उन्हीं का भारी है.

अब आप कहेंगे कि वेस्टइंडीज से अश्विन का लड़ना तो समझ आता है. लेकिन ये टीम इंडिया वाला चक्कर क्या है? तो इसे समझने के लिए आपको फ्लैशबैक मतलब लड़ाई की तह में जाना होगा. याद कीजिए इंग्लैंड में खेला WTC 2023 का फाइनल, जहां भारतीय टीम मैनेजमेंट में उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल करने के काबिल नहीं समझा था. प्लेइंग इलेवन में अश्विन पर कप्तान रोहित शर्मा ने शार्दुल ठाकुर को तरजीह दी थी. और, उनके ऐसा करते ही कई तरह के सवाल उठने शुरू हो गए थे.

इंग्लैंड में नहीं वेस्टइंडीज ही सही, अश्विन ने दिखा दिया

लेकिन वो भी एक वक्त था और अब जो वेस्टइंडीज में नजर आया वो भी एक समय है. सामने जब वेस्टइंडीज दिखी तो टीम मैनेजमेंट ने झट से अश्विन को प्लेइंग इलेवन में शामिल कर लिया. करते भी क्यों नहीं बैटिंग हो या बॉलिंग, इनसे बेहतर आंकड़े भी तो किसी के वेस्टइंडीज के खिलाफ मौजूदा टीम में नहीं थे.

अब जब मौका मिला तो अश्विन ने दिखा कि वो सफेद जर्सी और लाल रंग की गेंद के कितने बड़े खिलाड़ी है. अश्विन ने डॉमिनिका टेस्ट की पहली पारी में वेस्टइंडीज के 5 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया और इसी के साथ ना जानें कितने रिकॉर्ड भी गढ़ दिए. लेकिन उसके बारे में आपको बताएं उससे पहले जरा भारत के पूर्व क्रिकेटर मनिंदर सिंह ने उनका लोहा किस अंदाज में माना है वो जान लीजिए. बता दें कि मनिंदर सिंह खुद भी एक स्पिनर रहे हैं.

पूर्व स्पिनर मनिंदर सिंह ने भी माना अश्विन का लोहा

अश्विन को लेकर मनिंदर सिंह ने जो कहा उसके मुताबिक, पिच से थोड़ी सी भी मदद हो तो फिर अश्विन चूकते नहीं हैं. डॉमिनिका टेस्ट की पिच को भी उन्होंने अच्छे से भांपा और उसी का नतीजा रहा कि वो 5 विकेट लेने में कामयाब रहे. आप उनका अंदाज देखिए, उनके विकेट को परखने की काबिलियत देखिए, जिस सोच के साथ वो अपने प्लान को अमलीजामा पहनाते हैं, वो देखकर मजा आता है.

33 बार 5 विकेट कम नहीं होते, रिकॉर्ड गढ़ते हैं

अब आते हैं अश्विन के रिकॉर्डों पर, जो उन्होंने डॉमिनिका टेस्ट की पहली पारी में 5 विकेट लेते हुए बनाए हैं. अश्विन ने वेस्टइंडीज की पहली पारी में 24.3 ओवर में 60 रन देकर 5 विकेट लिए. टेस्ट क्रिकेट में ये 33वीं बार रहा, जब उन्होंने 5 विकेट झटके. इसी के साथ उन्होंने ना सिर्फ जेम्स एंडरसन (32 बार) को पीछे धकेला बल्कि सबसे ज्यादा बार 5 विकेट लेने वाले दुनिया के छठे गेंदबाज भी बन गए.

सबसे तेज 700 इंटरनेशनल विकेट लेने वाले भारतीय

वेस्टइंडीज के खिलाफ पहली पारी में ही अश्विन ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम की. वो इंटरनेशनल क्रिकेट में 700 विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय बन गए. अश्विन का 700वां शिकार अल्जारी जोसेफ बने. अश्विन ने ये कमाल टेस्ट करियर की 351वीं इनिंग में किया. मतलब वो मुरलीधरन के बाद सबसे कम पारियों में 700 विकेट लेने वाले दुनिया के दूसरे गेंदबाज बने. इतना ही नहीं गेंदों के लिहाज से इस मुकाम तक पहुंचने वाले वो सबसे तेज भारतीय हैं. अश्विन ने 700 इंटरनेशनल विकेट 32278 गेंदों में हासिल किए.

अश्विन ने एक तीर से साधे 2 निशाने

अब जब ऐसे ऐसे रिकॉर्ड जिस खिलाड़ी की जेब में होंगे उससे तो विरोधी टीमें डरेंगी ही. वेस्टइंडीज की हालत भी अभी ऐसी ही है. वैसे भी इतिहास गवाह है कि अश्विन वेस्टइंडीज के खिलाफ हमेशा चले हैं. डॉमिनिका टेस्ट की पहली पारी में 5 विकेट लेकर उन्होंने अपने रिकॉर्ड को बस दुरुस्त ही किया है. ऐसा कर उन्होंने वेस्टइंडीज को हार की ओर धकेला है, साथ ही भारतीय टीम और मैनेजमेंट को भी करारा जवाब दिया है, जो कंडीशन का हवाला देकर उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल करने से बचने की कोशिश करते हैं.