जयपुर । क्रेडिट साेसायटी मामले में एडीजी अनिल पालीवाल के नाम पर दाे कराेड़ रु. की रिश्वत मांगने वाले एसओजी के एएसपी सत्यपाल मिड्ढा काे सरकार ने शुक्रवार देर रात एसओजी से हटा दिया। अब उन्हें आरएसी, दिल्ली में लगाया गया है। मिड्ढा पर आरोप है कि उन्होंने क्रेडिट को-ऑपरेटिव साेसायटी के खिलाफ चल रही जांच बंद करने एवं एफआईआर दर्ज नहीं करने की एवज में पालीवाल के नाम पर यह राशि मांगी थी।
एसीबी ने इस संबंध में शुक्रवार रात काे ही मिड्ढा पर केस दर्ज किया था। साेसायटी संचालक ने एसीबी में शिकायत की थी कि उसकी साेसायटी पर वित्तीय गड़बड़ी का आरोप है। मामले में एक जांच एसओजी में इंस्पेक्टर विष्णु खत्री एवं एएसपी सत्यपाल मिड्ढा कर रहे हैं।
जांच काे खत्म करने व मामले में एफआईआर दर्ज नहीं करने की एवज में अपने लिए एवं एसओजी के उच्चाधिकारियाें के लिए दाे कराेड़ रु. मांग रहे हैं। एसीबी ने मामले का सत्यापन कराया ताे सामने आया कि मिड्ढा ने एडीजी पालीवाल के नाम से रिश्वत की राशि मांगी है।
एसीबी के पास मिड्ढा व अन्य अधिकारियाें की ऑडियाे व वीडियाे रिकार्डिंग भी है, जिसकी जांच की जा रही है। क्रेडिट साेसायटी संचालक की ओर से एसीबी में शिकायत करने की भनक एसओजी के अधिकारियाें काे भी लग गई थी। इसके बाद कुछ लाेग वैशाली नगर स्थित पीड़ित के घर व ऑफिस पर निगरानी रखने लगे और पीछा करने लगे। पीड़ित ने एसीबी अधिकारियाें काे इस बारे में बताया ताे एसीबी ने पीड़ित और उसकी पत्नी काे सुरक्षा के लिहाज से दाे जुलाई काे एसीबी ऑफिस में ही बुला लिया।
रात काे पीड़ित दंपती एसीबी ऑफिस में ही रहे। तीन जुलाई काे एसओजी के अधिकारियाें के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद एसीबी की टीम पीड़ित काे वैशाली नगर स्थित घर पर छाेड़कर आई। एसीबी के एडीजी साैरभ श्रीवास्तव ने बताया कि मिड्ढा व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच एएसपी पुष्पेन्द्र सिंह काे दी है। अब जांच की जा रही है कि एएसपी ने पीड़ित काे जिस अफसर से मिलवाया था, वह काैन थे, वे कब-कब और कहां-कहां मिले।
मैं सोसायटी संचालक को नहीं जानता : एडीजी
एसओजी में आई शिकायत के आधार पर साेसायटी की जांच की गई थी। साेसायटी वाला काैन है, ये मुझे पता नहीं। हमारी जांच में क्रेडिट साेसायटी की ओर से निवेशकाें से ठगी का मामला सामने आया था, जिसके आधार पर हमने मामला दर्ज कर लिया है।
- अनिल पालीवाल, एडीजी