Syria News: सीरिया में राजनीतिक उथल-पुथल एक नए चरम पर पहुंच गई है। विद्रोही गुट ने दावा किया है कि राष्ट्रपति
बशर अल-असद का शासन समाप्त हो चुका है। समाचार एजेंसी
रॉयटर्स के हवाले से खबर सामने आई है कि विद्रोही समूहों ने राजधानी
दमिश्क पर कब्जा कर लिया है, जिसके बाद असद ने देश छोड़ दिया है।
असद का देश छोड़कर भागने का दावा
रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति असद को एक
रूसी कार्गो विमान के जरिए देश से बाहर ले जाया गया है। हालांकि उनकी वर्तमान स्थिति और गंतव्य को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। कहा जा रहा है कि वे
रूस या
ईरान में शरण ले सकते हैं। इस बीच, सीरियाई प्रधानमंत्री
मोहम्मद गाजी जलाली ने अपने घर से एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि वे देश में ही रहेंगे और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण के लिए काम करेंगे।
विद्रोहियों का राजधानी पर कब्जा और अपील
विद्रोही गुट ने दमिश्क समेत कई प्रमुख शहरों पर नियंत्रण का दावा किया है। उन्होंने सीरियाई नागरिकों से
एकजुट रहने की अपील की है। विद्रोहियों का कहना है कि अब सीरिया में किसी एक गुट या व्यक्ति का वर्चस्व नहीं रहेगा और एक नई प्रणाली की नींव रखी जाएगी।विद्रोहियों के अनुसार, असद की सेना ने दमिश्क छोड़ दिया है। कई सैनिकों ने डर के कारण अपनी वर्दी उतार दी है और सादे कपड़े पहनकर भागने की कोशिश की है। राजधानी के
अल-मजेह क्षेत्र से इस तरह की घटनाओं की पुष्टि हुई है।
सेना की बिखरती स्थिति और विद्रोहियों की गतिविधियां
इस उथल-पुथल के बीच, असद की सेना की कमजोर स्थिति उजागर हुई है। दमिश्क में सेना की फायरिंग में दो प्रदर्शनकारियों की मौत हुई है। वहीं, विद्रोहियों ने
सेडनाया जेल पर कब्जा कर कैदियों को रिहा करा लिया है।इसके अलावा, विद्रोहियों ने दावा किया है कि असद सैनिकों ने विद्रोहियों के कब्जे में आने से पहले अपने ही हथियार डिपो को नष्ट कर दिया। डौमा में प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी और सैनिकों द्वारा हथियार डिपो उड़ाने जैसी घटनाएं असद शासन की गिरावट को और स्पष्ट करती हैं।
देश में नए युग की शुरुआत?
यह दावा सीरिया के लिए एक नए युग की शुरुआत का संकेत देता है। विद्रोही गुट ने कहा है कि वे सीरिया को एकजुट और शांतिपूर्ण बनाना चाहते हैं। हालांकि, असद की भागने की खबरों और विद्रोहियों के कब्जे के दावे को लेकर अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
आगे की राह चुनौतीपूर्ण
सीरिया के भविष्य को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं। असद शासन के खिलाफ वर्षों से जारी संघर्ष अब निर्णायक मोड़ पर आ गया है। विद्रोहियों के लिए सत्ता को स्थिर करना और देश को एकजुट रखना एक बड़ी चुनौती होगी। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें भी इस पर टिकी हुई हैं, क्योंकि यह संकट न केवल सीरिया बल्कि पूरे क्षेत्र पर प्रभाव डाल सकता है।स्थिति पर नजर रखने की जरूरत है, क्योंकि असद की संभावित वापसी, विद्रोही गुटों की स्थिरता, और अंतरराष्ट्रीय शक्तियों की भूमिका आने वाले दिनों में इस संघर्ष को नई दिशा दे सकती है।