टोक्यो ओलंपिक्स / बजरंग पूनिया ने जीता कांस्य, टोक्यो ओलंपिक्स में कुश्ती में भारत का दूसरा पदक

27-वर्षीय भारतीय रेसलर बजरंग पूनिया ने टोक्यो ओलंपिक्स में पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किलोग्राम स्पर्धा में कज़ाकिस्तान के दौलत नियाज़बेकोव को हराकर कांस्य पदक जीता है। यह टोक्यो ओलंपिक्स में कुश्ती में भारत का दूसरा पदक है। रेसलर रवि दहिया ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किलोग्राम स्पर्धा में रजत जीतकर इस ओलंपिक्स में भारत का पहला कुश्ती पदक जीता था।

Vikrant Shekhawat : Aug 07, 2021, 05:04 PM
टोक्यो: जापान की राजधानी टोक्यो में खेले जा रहे ओलंपिक खेलों में बजरंग पूनिया ने भारत क झोली में एक और ब्रॉन्ज मेडल डाल दिया है। भारतीय पहलवान ने 65 क्रिगा फ्रीस्टाइल वर्ग में ब्रॉन्ज के लिए खेले गए मुकाबले में कजाखस्तान के दौलेत नियाजबेकोव को एकतरफा मुकाबले में हराकर भारत को टोक्यो ओलंपिक में छठा मेडल दिलाया। इससे पहले बजरंग को अपने सेमीफाइनल मैच में तीन बार के विश्व चैंपियन हाजी अलीएव के हाथों 5-12 से हार झेलनी पड़ी थी। बजरंग ने कुश्ती में भारत को दूसरा मेडल दिलाया है, उनसे पहले रवि दहिया ने फाइनल तक का सफर तय करते हुए सिल्वर मेडल अपने नाम किया था।

बजरंग दौलत पर मैच की शुरुआत से ही हावी नजर आए और उनको वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया। भारतीय पहलवान ने दौलत को पूरे मैच में एक भी प्वॉइंट हासिल नहीं करने दिया और मुकाबले को 8-0 से अपने नाम किया। बजरंग पूनिया भारत के उन खिलाड़ियों में से एक थे जिनसे देश को ओलंपिक खेलों में गोल्ड मेडल की उम्मीद थी। भारतीय रेसलर ने टोक्यो ओलंपिक में धमाकेदार आगाज किया था और अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ईरान के दमदार पहलवान मुर्तजा गियासी को पटखनी देकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की थी। हालांकि, सेमीफाइनल में बजरंग की लेग- डिफेंस कमजोरी का भरपूर फायदा हाजी अलीएव ने उठाया और मैच को एकतरफा कर दिया था। टोक्यो ओलंपिक में यह भारत का चौथा ब्रॉन्ज मेडल है।