AajTak : Sep 08, 2020, 08:41 AM
उन्नाव के चर्चित कुलदीप सिंह सेंगर रेप केस में अहम मोड़ आया है। पूरे मामले की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने इस मामले में जिले के तत्कालीन बड़े अफसरों को दोषी माना है। सीबीआई ने आईएएस अदिति सिंह, आईपीएस पुष्पांजलि सिंह और नेहा पांडेय को मामले में लापरवाही करने का दोषी माना है।
सीबीआई ने इस मामले में इन अफसरों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करने की सिफारिश की है। दरअसल, 2009 बैच की आईएएस अफसर अदिति सिंह 24 जनवरी 2017 से 26 अक्टूबर 2017 तक उन्नाव में तैनात थीं और इसी दौरान रेप पीड़िता ने कई बार शिकायत की, लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अदिति इस वक्त हापुड़ की डीएम हैं।वहीं, 2006 बैच की आईपीएस अधिकारी पुष्पांजलि सिंह भी उन्नाव की एसपी थीं। इन पर आरोप है कि इन्होंने पीड़िता की शिकायत तो नहीं ही सुनी, साथ ही जब कुलदीप सिंह सेंगर की शह पर पीडिता के पिता को पीटा गया और बाद में मौत हो गयी तो उन्होंने मामले को दबाने की कोशिश की। जांच में भी लापरवाही की। पुष्पांजलि वर्तमान में एसपी रेलवे गोरखपुर हैं।2009 बैच की आईपीएस नेहा पांडेय भी उन्नाव में एसपी रहीं। इन पर भी लापरवाही का आरोप है। ये आजकल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर आईबी में तैनात हैं। इस मामले में सीबीआई जांच काफी दिनों से चल रही थी। इन लोगों के दोषी पाए जाने के बाद अब सरकार फैसला लेगी कि आखिर कब और कैसे विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
सीबीआई ने इस मामले में इन अफसरों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही करने की सिफारिश की है। दरअसल, 2009 बैच की आईएएस अफसर अदिति सिंह 24 जनवरी 2017 से 26 अक्टूबर 2017 तक उन्नाव में तैनात थीं और इसी दौरान रेप पीड़िता ने कई बार शिकायत की, लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अदिति इस वक्त हापुड़ की डीएम हैं।वहीं, 2006 बैच की आईपीएस अधिकारी पुष्पांजलि सिंह भी उन्नाव की एसपी थीं। इन पर आरोप है कि इन्होंने पीड़िता की शिकायत तो नहीं ही सुनी, साथ ही जब कुलदीप सिंह सेंगर की शह पर पीडिता के पिता को पीटा गया और बाद में मौत हो गयी तो उन्होंने मामले को दबाने की कोशिश की। जांच में भी लापरवाही की। पुष्पांजलि वर्तमान में एसपी रेलवे गोरखपुर हैं।2009 बैच की आईपीएस नेहा पांडेय भी उन्नाव में एसपी रहीं। इन पर भी लापरवाही का आरोप है। ये आजकल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर आईबी में तैनात हैं। इस मामले में सीबीआई जांच काफी दिनों से चल रही थी। इन लोगों के दोषी पाए जाने के बाद अब सरकार फैसला लेगी कि आखिर कब और कैसे विभागीय कार्रवाई की जाएगी।