Mahakumbh 2025 / दिल्ली में पीएम मोदी से मिले सीएम योगी, प्रयागराज कुंभ मेले में आने का दिया निमंत्रण

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें महाकुंभ 2025 में शामिल होने का निमंत्रण दिया। महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा। इससे पहले सीएम योगी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सहित कई प्रमुख नेताओं को भी निमंत्रण दिया था।

Vikrant Shekhawat : Jan 10, 2025, 10:25 PM

Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान सीएम योगी ने पीएम मोदी को प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 में भाग लेने का औपचारिक निमंत्रण दिया। महाकुंभ का यह भव्य आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक चलेगा, जिसमें देश-विदेश से लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।

राष्ट्रपति और अन्य प्रमुख नेताओं को भी दिया निमंत्रण

महाकुंभ 2025 के लिए निमंत्रण देने की प्रक्रिया के तहत, सीएम योगी ने 30 दिसंबर 2024 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात की थी। इसके अलावा, उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सहित कई शीर्ष नेताओं को भी महाकुंभ में आने का आमंत्रण दिया।

कुंभवाणी एफएम चैनल का शुभारंभ

महाकुंभ 2025 की जानकारी प्रसारित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'कुंभवाणी' एफएम चैनल का शुभारंभ किया। प्रसार भारती के सहयोग से लॉन्च किया गया यह चैनल 103.5 मेगाहर्ट्ज पर सुना जा सकेगा। चैनल पर 10 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रतिदिन सुबह 5:55 बजे से रात 10:05 बजे तक महाकुंभ से संबंधित कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे। इस चैनल का उद्देश्य श्रद्धालुओं को महाकुंभ के आयोजन, रूट मैप, सुरक्षा व्यवस्था और धार्मिक गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान करना है।

डिजिटल महाकुंभ केंद्र का उद्घाटन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 को डिजिटल रूप से प्रदर्शित करने के लिए डिजिटल महाकुंभ केंद्र का भी उद्घाटन किया। यह केंद्र कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 3 में 60,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे 12 क्षेत्रों में विभाजित किया गया है। इस केंद्र में महाकुंभ, समुद्र मंथन, प्रयाग महात्म्य और त्रिवेणी संगम की कहानियों को डिजिटल तकनीक के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा।

डिजिटल महाकुंभ केंद्र में श्रद्धालु वर्चुअल रियलिटी और ऑगमेंटेड रियलिटी के माध्यम से महाकुंभ के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहलुओं का अनुभव कर सकेंगे। यह केंद्र श्रद्धालुओं को महाकुंभ के महत्व और भारतीय संस्कृति की गहराई से अवगत कराने का एक अनूठा माध्यम है।

महाकुंभ का आर्थिक प्रभाव

महाकुंभ 2025 के आर्थिक प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस आयोजन से उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बड़ी मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि 2019 में हुए कुंभ मेले ने राज्य की अर्थव्यवस्था में लगभग 1.2 लाख करोड़ रुपये का योगदान दिया था। इस बार, महाकुंभ 2025 में 2 लाख करोड़ रुपये तक की आर्थिक वृद्धि का अनुमान है।

सीएम योगी ने बताया कि महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं के आने से पर्यटन, होटल, परिवहन और स्थानीय व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा। इसके साथ ही, रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।

कुंभ मेले की तैयारियों पर विशेष ध्यान

प्रयागराज कुंभ मेले की तैयारियों को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यापक इंतजाम किए हैं। मेला क्षेत्र में आधुनिक सुविधाएं, सुरक्षा व्यवस्था, स्वच्छता, यातायात प्रबंधन और जल आपूर्ति जैसी बुनियादी सेवाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।

महाकुंभ 2025 के दौरान विशेष रूप से दिव्यांग, बुजुर्ग और बच्चों के लिए सुविधाजनक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इसके अलावा, मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं, आपातकालीन सेवाओं और स्वच्छता प्रबंधन के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं।

महाकुंभ 2025: संस्कृति और आस्था का संगम

महाकुंभ भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और धार्मिक आस्था का सबसे बड़ा उत्सव है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ न केवल धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व पटल पर प्रस्तुत करने का एक अनूठा अवसर भी है। उन्होंने कहा, “महाकुंभ 2025 एक दिव्य और भव्य आयोजन होगा, जो पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा की महानता से अवगत कराएगा।”

महाकुंभ के इस ऐतिहासिक आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सक्रिय भागीदारी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निमंत्रण देने की पहल भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।