इंडिया / रक्षामंत्री राजनाथ सिंह बोले- काश बालाकोट हमले के वक्त भारत के पास राफेल होता

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अगर हमारे पास राफेल युद्धक विमान होते तो हमें बालाकोट में प्रवेश करने और हमला करने की आवश्यकता नहीं होती. हम भारत में बैठकर बालाकोट में हमला कर सकते थे.' सिंह ने दोहराया कि लड़ाकू विमान केवल आत्मरक्षा के लिए हैं न कि आक्रमण के लिए. शस्त्र पूजा को लेकर हुए विवाद कहा कि उन्होंने अपने धर्मानुसार आचरण किया. ईसाई, मुस्लिम, सिख जैसे अन्य समुदाय विभिन्न शब्दों के साथ पूजा करते हैं.

NDTV : Oct 15, 2019, 08:17 AM
ठाणे | रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि अगर भारत के पास पहले से राफेल युद्धक विमान होते तो भारतीय वायुसेना को आतंकी शिविरों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान के बालाकोट में घुसने की जरूरत नहीं होती. मुंबई के पास ठाणे जिले के मीरा भायंदर में भाजपा उम्मीदवार नरेंद्र मेहता के पक्ष में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने हाल ही में फ्रांस में पहले राफेल जेट प्राप्त करते समय शस्त्र पूजा करने का बचाव किया.

उन्होंने कहा, ‘अगर हमारे पास राफेल युद्धक विमान होते तो हमें बालाकोट में प्रवेश करने और हमला करने की आवश्यकता नहीं होती. हम भारत में बैठकर बालाकोट में हमला कर सकते थे.' सिंह ने दोहराया कि लड़ाकू विमान केवल आत्मरक्षा के लिए हैं न कि आक्रमण के लिए.    शस्त्र पूजा को लेकर हुए विवाद पर सिंह ने कहा, ‘मैंने विमान पर ऊं लिखा, एक नारियल (परंपरा के अनुसार) तोड़ा. ऊं कभी खत्म नहीं होने वाले ब्रह्मांड को चित्रित करता है.'

सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने धर्मानुसार आचरण किया. ईसाई, मुस्लिम, सिख जैसे अन्य समुदाय विभिन्न शब्दों के साथ पूजा करते हैं. जब वह शस्त्र पूजा कर रहे थे तो ईसाई, मुस्लिम, सिख, बौद्ध जैसे समुदायों के लोग भी कार्यक्रम में मौजूद थे.

वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा था कि पाकिस्तान कश्मीर को भूल जाए और आतंकवाद के खिलाफ ‘ईमानदारी से लड़ाई' लड़े. इसके साथ ही उन्होंने पड़ोसी मुल्क को चेताया कि अगर उसने यही रवैया जारी रखा तो कोई भी ताकत उसे टूटने से रोक नहीं पाएगी. 

सिंह ने कहा था कि अगर पाकिस्तान अपने दम पर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ सकता है तो भारत उसकी मदद करने को तैयार है, लेकिन पाकिस्तान की मंशा कपटपूर्ण है. हरियाणा के पटौदी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के निर्वाचन क्षेत्र कनराल में चुनावी रैलियों को संबोधित करते यह बात कही थी.