Vikrant Shekhawat : Sep 30, 2021, 06:33 PM
नई दिल्ली: दिल्ली में रामलीला और दुर्गा पूजा मनाए जाने की अनुमति दे दी गई है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने बुधवार (29 सितंबर) को सार्वजनिक स्थानों पर रामलीला, दशहरा और दुर्गा पूजा समारोह की अनुमति देने का फैसला किया है। लेकिन इसके साथ ही प्रतिबंध और बेहद कड़ाई की जाएगी। हालांकि, बुधवार को हुई बैठक में लिए गए फैसलों के संबंध में प्राधिकरण ने अभी तक आदेश जारी नहीं किया है। रामलीला और दुर्गा पूजा मनाए जाने को लेकर डीडीएमए एसओपी तैयार कर रहा है और उसके बाद आदेश जारी किया जाएगा। हालांकि जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। वहीं स्टॉल और मेला लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ''आने वाले फेस्टिवल सीजन को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस और जिला प्रशासन विविध (विभिन्न) को आदेश दिया गया है कि कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार का पालन हो, सुनिश्चित किया जाएगा। एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स, बैठने के लिए उपयुक्त सामाजिक दूरी भी बनाई जाएगी।''पढ़ें गाइडलाइन्स-आयोजकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी स्थान पर लोगों की संख्या कुल सीटों की संख्या से अधिक न हो। यानी क्षमता 50 फीसदी के आस-पास ही हो।-कोई स्टॉल और मेले नहीं लगाए जाएं। यानी खाने के स्टॉल नहीं लगाए जाएंगे और झूले लगाने की भी इजाजत नहीं होगी।- 100% मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। वहीं सोशल डिस्टेंसिंग के आधार पर लोगों को पंडाल और रामलीला में बिठाया जाएगा। स्टैंडिंग मंजूर नहीं होगी।-दिल्ली पुलिस और जिला प्रशासन को ये निर्देश दिया गया है कि कोविड उपयुक्त व्यवहार का सख्ती से पालन कराया जाए।- दुर्गा पूजा हो या रामलीला परिसर एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स अलग-अलग होने चाहिए।बैठक में मौजूद थे सीएम केजरीवालदिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) द्वारा बुधवार को बुलाई गई बैठक की अध्यक्षता उपराज्यपाल अनिल बैजल की। इस बैठक में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे। बैठक में ये भी फैसला लिया गया है कि कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन नहीं करने वाले कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।बैठक के बाद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने ट्वीट किया, "विशेषज्ञों के साथ चर्चा के बाद, खासकर आने वाले फेस्टिवल सीजन के मद्देनजर कोविड-उपयुक्त व्यवहार का सख्ती से पालन करने और लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।''