News18 : Dec 23, 2019, 02:44 PM
नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में 15 दिन के अंदर अग्निकांड की दूसरी घटना सामने आई है. दिल्ली के किराड़ी इलाके में सोमवार को तीन मंजिला कपड़े के गोदाम में भीषण आग (Fire) लग गई. इस घटना में 6 महा के शिशु सहित नौ लोगों की मौत हो गई. इससे पहले अनाज मंडी इलाके में चार मंजिला इमारत में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई थी. दिल्ली सरकार मृतकों के परिजनों को ₹10-10 लाख और घायलों को ₹1-1 लाख देगी.दिल्ली अग्निशमन सेवा विभाग (डीएफएस) ने बताया कि रविवार देर रात 12:30 बजे एक घर में आग लगने की सूचना मिलने के बाद दमकल की आठ गाड़ियों को मौके पर भेजा गया. इमारत के भूतल में कपड़ों का एक गोदाम था और अन्य तीन मंजिलों पर लोग रहते थे. विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि तड़के तीन बजकर 50 मिनट पर आग पर काबू पाया जा सका.15 दिन के अंदर दूसरा हादसाउल्लेखनीय है कि इससे पहले 7 दिसंबर को उत्तरी दिल्ली के अनाज मंडी इलाके में चार मंजिला इमारत में भीषण आग लग गई थी. इस घटना में पुलिस ने 43 लोगों की मौत की पुष्टि की थी. इस इमारत में अवैध निर्माण इकाइयां थीं. पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम अरविंद केजरीवाल समेत कई नेताओं ने ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया था.तीन लोगो को बचाया गयापुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि किराड़ी वाली घटना में तीन लोगों को बचा लिया गया जिनकी पहचान पूजा (24) और उसकी बेटियों आराध्या (तीन) और सौम्या (10) के रूप में की गई है. आग से बचने के लिए ये तीनों बगल की इमारत में कूद गए थे.इन लोगों की हो गई मौतमृतकों की शिनाख्त इमारत के मालिक राम चंद्र झा (65), सुदरिया देवी (58), संजू झा (36), गुड्डन और उदय चौधरी (33) एवं उसकी पत्नी मुस्कान (26) तथा उनके बच्चों अंजलि (10), आदर्श (सात) और छह माह की बच्ची तुलसी के रूप में की गई है.इमारत में कोई अग्नि सुरक्षा उपकरण नहीं मिलाएक अधिकारी ने बताया कि दूसरी मंजिल पर सिलेंडर फटने के कारण इमारत का एक हिस्सा ढह गया. आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है. ऐसा संदेह है कि शॉर्ट सर्किट की वजह से सिलेंडर फटा और उसी से आग लगी जिसके बाद इमारत की एक दीवार ढह गई.बेटा गया था हरिद्वाररामचंद्र झा ने भूतल विजय सिंह कटारा को किराए पर दिया हुआ था जिसका दावा है कि आग में करीब 20 लाख रुपये की कीमत के कपड़े खाक हो गए. अधिकारियों ने बताया कि गुड्डन राम चंद्र झा के एक बेटे की सास थी और उदय चौधरी किराएदार था. घटना के समय पूजा का पति और रामचंद्र झा का बेटा अमरनाथ झा अपने भाई के मौत के बाद कुछ रिवाज पूरे करने के सिलसिले में हरिद्वार में थे. अधिकारियों ने बताया कि आगे की जांच जारी है.