Delhi Air Pollution / दिल्ली 5 साल में सबसे प्रदूषित शहर, सुबह-सुबह धुंध की चादर;AQI 400 पार- GRAP-3 लागू

दिल्ली की हवा जहरीली हो रही है. हवा में धुंध की चादर छा गई है. दिवाली से पहले एयर क्वालिटी इंडेक्स कई जगहों पर 400 के पार पहुंच गया है, जो कि प्रदूषण का खतरनाक स्तर है. गुरुवार को आनंद विहार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 412 दर्ज किया गया. हालांकि, यह पहली बार नहीं है. बीते पांच सालों के आंकड़ों को देखें तो अक्टूबर से नवंबर में दिल्ली का प्रदूषण लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है.

Vikrant Shekhawat : Nov 03, 2023, 07:29 AM
Delhi Air Pollution: दिल्ली की हवा जहरीली हो रही है. हवा में धुंध की चादर छा गई है. दिवाली से पहले एयर क्वालिटी इंडेक्स कई जगहों पर 400 के पार पहुंच गया है, जो कि प्रदूषण का खतरनाक स्तर है. गुरुवार को आनंद विहार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 412 दर्ज किया गया. हालांकि, यह पहली बार नहीं है. बीते पांच सालों के आंकड़ों को देखें तो अक्टूबर से नवंबर में दिल्ली का प्रदूषण लेवल खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है.

दिल्ली के अशोर विहार का एयर क्वालिटी इंडेक्स आज 420 दर्ज किया गया. वहीं, बवाना का एक्यूआई 492 दर्ज किया गया. बुरारी क्रॉसिंग की एयर क्वालिटी इंडेक्स 460 दर्ज किया गया. सीआरआई आई मथुरा रोड में दिल्ली की हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई. यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 427 दर्ज किया गया.

दिल्ली में पिछले साल के मुकाबले पीएम 2.5 लेवल में बढ़ोतरी

साल 2021 के मुकाबले इस साल अक्टूबर में दिल्ली में पीएम (Particulate Matter) 2.5 का लेवल में काफी बढ़ोतरी देखने को मिली है. रेस्पिरर रिपोर्ट के अनुसार,देश के चार प्रमुख शहरों में एयर पोल्यूशन में वृद्धि देखी गई है. वहीं लखनऊ और पटना में गिरावट देखने को मिली है.

क्या रहा पिछले साल का हाल

दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता में इस साल पीएम 2.5 का लेवल पिछले साल पहले की तुलना में अधिक देखा गया. वहीं चेन्नई में पिछले साल की तुलना में 23 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखने को मिली है. रेस्पिरर की रिपोर्ट में दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, लखनऊ और पटना जैसे शहरों के 2019 और 2023 के बीच पीएम 2.5 का विश्लेषण किया गया.

मुंबई में पिछले साल के मुकाबले बढ़ा प्रदूषण का स्तर

बेंगलुरु में 2019 और 2020 के बीच पीएम 2.5 का लेवल 72.1 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. जबकि 2021 में 5.8 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखने को मिली. 2022 में फिर से 29.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई, वहीं 2023 में एक बार फिर 11.6 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली. मुंबई में पिछले साल के मुकाबले इस साल अक्टूबर में प्रदूषण 42 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया .