Vikrant Shekhawat : Jul 08, 2021, 05:24 PM
नई दिल्ली | जानलेवा डेल्टा वैरिएंट अब तक दुनिया के 100 देशों में दस्तक दे चुका है। अमेरिका समेत यूरोप, अफ्रीका और एशिया के कई देशों में इसके मामलों की पुष्टि की जा चुकी है। उत्तर प्रदेश में भी इसके दो नए मामले सामने आए हैं। इस बीच रायटर ने रूसी एजेंसी तास के हवाले से खबर दी है कि उनकी बनाई कोविवैक वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट पर जबरदस्त रूप से प्रभावशाली दिखाई दी है। एएनआई के मुताबिक कोविड-19 का नया वैरिएंट लैंम्बडा जो कि डेल्टा से भी खतरनाक बताया जा रहा है अब तक दुनिया के 31 से अधिक देशों में दस्तक दे चुका है।यूरोपीयन यूनियन के कमीश्नर ने डेल्टा वैरिएंट की वजह से प्रतिबंधों को और अधिक बढ़ाने की आशंका को दरकिनार कर दिया है। ईयू की तरफ से कहा गया है कि फिलहाल इसकी कोई जरूरत दिखाई नहीं देती है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल का कहना है कि देश में डेल्टा वैरिएंट का काफी प्रभाव देखा जा रहा है। अमेरिका में आने वाले करीब 52 फीसद मामलों की वजह डेल्टा वैरिएंट ही बताया जा रहा है। हालांकि यहां पर आने वाले कुछ नए मामलों में डेल्टा के अलावा एल्फा, जिसका पहला मामला ब्रिटेन में सामने आया था, देखा गया है।3 जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में सामने आए मामलों में इस वैरिएंट की मौजूदगी करीब 29 फीसद मामलों में दिखाई दी है। सीडीसी का कहना कि अमेरिका में डेल्टा वैरिएंट लगातार अधिक प्रभावी हो रहा है। पिछले दो सप्ताह के दौरान इससे आने वाले मामले करीब दोगुना हो गए हैं। इसके ज्यादातर मामले वहां पर सामने आ रहे हैं जहां पर वैक्सीनेशन की रफ्तार में कमी आई है। ऐसे राज्य अल्बामा, अरकांसस, लुसीआना, मिसीसिपी का नाम शामिल है।फ्रांस के जूनियर यूरोपीयन अफेयर्स के मंत्री ब्यूनी ने अपने नागरिकों को गर्मी की छुट्टियों में स्पेन और पुर्तगाल न जाने की सलाह दी है। उनका कहना है कि यहां पर मौजूद डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते खतरे के मद्देनजर नागरिको यहां की यात्रा नहीं करनी चाहिए। फ्रांस के 11 क्षेत्रों मे इस वैरिएंट का काफी असर देखा जा रहा है। यहां पर सामने आने वाले करीब 41 फीसद मामलों में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि की गई है।आस्ट्रेलिया में भी डेल्टा वैरिएंट काफी प्रभावी होता दिखाई दे रहा है। यहां के सिडनी और न्यूसाउथ वेल्स में सामने आए नए मामलों ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। न्यूसाउथ वेल्स में इस वैरिएंट के बुधवार को 38 मामले सामने आए हैं। यहां के प्रीमियर ग्रेडी बेरेजिक्रलिन का कहना है कि जब तक इस वैरिएंट से निजात नहीं मिल जाती है तब तक लॉकडाउन से बाहर आने का कोई मतलब नहीं है।बुल्गारिया में डेल्टा वैरिएंट के 43 नए मामले सामने आने से सरकार की परेशानी बढ़ गई है। यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 1 जून से 25 जून के बीच देश के विभिन्न स्थानों से करीब 95 सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से 49 में ब्रिटेन में पाया गया एल्फा वैरिएंट शामिल है। वहीं एक मामले में बीटा वैरिएंट पाया गया है।