Shikhar Dhawan News / धवन ने टेस्ट डेब्यू पर बनाया था ये खास रिकॉर्ड, आज तक किसी से नहीं टूटा

भारत के स्टार क्रिकेटर शिखर धवन ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। 14 साल के शानदार करियर में, धवन ने वनडे क्रिकेट में लाखों दिल जीते और टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू पर सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड बनाया। उनके संन्यास ने भारतीय क्रिकेट को एक नया अध्याय छोड़ दिया।

Vikrant Shekhawat : Aug 25, 2024, 07:00 AM
Shikhar Dhawan News: भारतीय क्रिकेट के रंगीन और प्रभावशाली सितारे शिखर धवन ने शनिवार की सुबह अपने करियर के अंत की घोषणा की। 14 वर्षों तक भारतीय क्रिकेट का अभिन्न हिस्सा रहने के बाद, धवन ने अपने शानदार और प्रेरणादायक करियर को अलविदा कहने का फैसला किया। धवन की शानदार बल्लेबाजी ने उन्हें भारतीय क्रिकेट के बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में से एक बना दिया। खासकर वनडे क्रिकेट में उनकी बल्लेबाजी ने लाखों दिलों को जीता, और उन्होंने अपने खेल से क्रिकेट के कई रिकॉर्ड्स को तोड़ा और बनाए।

धवन का ऐतिहासिक रिकॉर्ड

धवन की यात्रा का प्रारंभ 2010 में हुआ जब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विशाखापत्तनम में अपने वनडे करियर की शुरुआत की। हालांकि, पहले मैच में धवन ने शून्य पर आउट होकर निराश किया, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से खुद को साबित किया। 2013 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू के बाद उन्होंने मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पहली पारी में 187 रन बनाकर इतिहास रच दिया। यह पारी टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू पर सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड बनी, जो आज भी अडिग है। इसके अलावा, भारत के लिए टेस्ट डेब्यू पर यह सबसे बड़ी पारी भी है, जो आज भी रिकॉर्ड बुक में दर्ज है।

बड़े टूर्नामेंट्स में धवन का जलवा

शिखर धवन को बड़े टूर्नामेंट्स के खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है, खासकर ICC 50 ओवर के टूर्नामेंट्स में। उन्होंने इन टूर्नामेंट्स में कुल 1238 रन बनाए, और 65.15 के औसत से बल्लेबाजी की, जो 1000 से अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में सबसे अधिक है। इस प्रदर्शन के साथ उन्होंने विराट कोहली जैसे महान खिलाड़ी को भी पीछे छोड़ दिया।

संन्यास की घोषणा और भावनात्मक संदेश

धवन ने अपने संन्यास की घोषणा एक भावुक वीडियो संदेश के माध्यम से की। इस वीडियो में उन्होंने अपने जीवन के उस मोड़ की बात की जहां से अब वह सिर्फ अपने करियर की यादों को देख सकते हैं। धवन ने भारतीय टीम के लिए खेलना एक सपना बताया, जो पूरा हुआ। उन्होंने अपने परिवार, कोच तारक सिन्हा और मदन शर्मा, साथ ही अपनी टीम के साथियों का धन्यवाद किया, जिनके साथ उन्होंने वर्षों तक खेला।

उन्होंने अपने संदेश में यह भी कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए पुराने पन्ने पलटना आवश्यक होता है, और इसी कारण उन्होंने संन्यास का निर्णय लिया। उन्होंने अपने फैंस को उनके समर्थन और प्यार के लिए धन्यवाद कहा।

अंतिम विचार

शिखर धवन का संन्यास भारतीय क्रिकेट की एक नई शुरुआत का संकेत है। हालांकि उनके फैंस के लिए यह एक भावुक क्षण है, लेकिन धवन का करियर हमेशा भारतीय क्रिकेट के सुनहरे अध्याय में एक महत्वपूर्ण स्थान रखेगा। उनकी बल्लेबाजी और खेल के प्रति प्यार को हमेशा याद रखा जाएगा, और उनके योगदान को भारतीय क्रिकेट की किताब में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।