कोलकाता / विकलांगता अधिकार कार्यकर्ता से एयरपोर्ट पर सुरक्षाकर्मी ने पैंट उतारने को कहा

कोलकाता एयरपोर्ट पर सुरक्षा जांच के दौरान मेटल डिटेक्टर बजने के बाद सीआईएसएफ की महिला अधिकारी ने निरीक्षण के लिए विकलांगता अधिकार कार्यकर्ता कुहू दास से पैंट उतारने को कहा। दास ने कहा, यह बहुत अपमानजनक था।" वहीं, एक अधिकारी ने कहा, हमारे अधिकारी ने महिला से कैलिपर्स दिखाने के लिए कहा था....उन्हें शर्मिंदा करने का कोई इरादा नहीं था।

NavBharat Times : Oct 22, 2019, 12:42 PM
कोलकाता | कोलकाता की चार दिव्‍यांग कार्यकर्ताओं को रविवार को एयरपोर्ट पर लगभग घंटे भर सुरक्षाकर्मियों और एयरलाइंस स्‍टाफ के असंवेदनशील रवैये की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ा। इनमें से दो महिलाओं को संयुक्‍त राष्‍ट्र की विकलांगता पर आयोजित एक कॉन्‍फ्रेंस में शामिल होना था।

इनमें से एक कार्यकर्ता का नाम जीजा घोष है, इनका फोटो लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान दिव्‍यांगों को प्रेरणा देने वाले चुनाव आयोग के पोस्‍टरों में खूब देखा गया था। दूसरी कार्यकर्ता कुहू दास, डिसएबिलिटी एक्टिविस्‍ट फोरम की सचिव थीं। दास पोलियोग्रस्‍त हैं इसलिए पैरों पर कैलिपर्स पहनती हैं। इसी कॉन्‍फ्रेंस में रत्‍नाबली रॉय भी शामिल होने जा रही थीं। इनके साथ संपा दासगुप्‍ता भी थीं। ये सभी कई बार अकेले ही हवाई यात्रा कर चुकी थीं। इस बार ये एक साथ दिल्‍ली जा रही थीं और एयरपोर्ट में सिक्‍युरिटी चेक पर मिलने वाली थीं।

सोशल मीडिया पर बात रखी तब बात बनी

पहले तो सेरिब्रल पाल्‍सी से जूझ रही जीजा घोष को एयरपोर्ट वील चेयर के लिए काफी इंतजार करना पड़ा इसके बाद सीआईएसएफ स्‍टाफ ने उनसे कहा कि वे अकेले यात्रा नहीं कर सकतीं। फिर मेटल डिटेक्‍टर जांच के दौरान कुहू दास ने बताया कि वे पैरों को सहारा देने के लिए धातु के कैलिपर्स पहनती हैं तो उनसे कहा गया कि वे अपना पैंट उतार कर दिखाएं। जब दोनों के काफी समझाने पर सिक्‍युरिटी स्‍टाफ और गो एयर का स्‍टाफ नहीं माना तो इन सभी ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखी। मामला उच्‍चाधिकारियों तक पहुंचा और सभी को उड़ान भरने की इजाजत मिली।

एयरलाइंस ने मांगी माफी

इस मामले में एयरलाइंस ने माफी मांगते हुए कहा वील चेयर में इसलिए देर हुई क्‍योंकि पहले से इसका उल्‍लेख नहीं किया गया था और सभी मौजूदा वील चेयर भरी हुई थीं। सिक्‍युरिटी जांच पर अधिकारियों का कहना था कि फूलप्रूफ सुरक्षा के लिए ऐसा किया जा रहा था।