ट्रंप को झटका / प्लाज्मा थेरेपी को 'बढ़ा-चढ़ाकर' बताने वाले डॉक्टर ने मांगी माफ़ी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को ही कोरोना मरीजों के इलाज के लिए ब्लड प्लाज्मा थेरेपी इस्तेमाल करने की इजाजत दी थी और इसे काफी सफल भी करार दिया था। हालांकि अब ट्रंप को इसके इस्तेमाल की सलाह देने वाले डॉक्टर और अमेरिकी फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के कमिश्नर स्टीफ़न हैन ने ही इस थेरेपी को 'बढ़ा-चढ़ाकर' बताने के लिए माफ़ी मांग ली है।

News18 : Aug 26, 2020, 07:48 AM
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोमवार को ही कोरोना (Coronavirus) मरीजों के इलाज के लिए ब्लड प्लाज्मा थेरेपी इस्तेमाल करने की इजाजत दी थी और इसे काफी सफल भी करार दिया था। हालांकि अब ट्रंप को इसके इस्तेमाल की सलाह देने वाले डॉक्टर और अमेरिकी फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के कमिश्नर स्टीफ़न हैन (Stephen Hahn) ने ही इस थेरेपी को 'बढ़ा-चढ़ाकर' बताने के लिए माफ़ी मांग ली है।

इस थेरेपी को मंजूरी के बाद से ही अमेरिका के टॉप कोरोना एक्सपर्ट डॉक्टर एंथनी फाउची और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसकी उपयोगिता पर गंभीर सवाल खड़े किये थे। स्टीफ़न हैन तब निशाने पर आ गए थे जब उनकी एजेंशी ने कोरोना वायरस मरीज़ों के लिए आपात स्थिति में प्लाज़्मा थेरेपी को मंज़ूरी दी थी। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ट्रंप की हां में हां मिलाते हुए हैन ने ही कहा था कि यह इलाज ज़िंदगी बचाने वाला है। हालांकि, वैज्ञानिकों ने हैन के बताए आंकड़ों पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया था। इसमें कहा गया था कि यह मौत की दर 35 फ़ीसदी तक कम कर सकता है। यह दावा मायो क्लीनिक के एक शुरुआती परिणामों के आधार पर किया गया है।


हैन ने मानी गलती

हैन ने सीबीएस न्यूज़ से कहा है कि आंकड़े क्या कहते हैं इसे बताने के लिए वो 'बेहतर काम कर सकते थे।' उन्होंने इस फ़ैसले पर कहा कि इस इलाज को आपात स्थिति में देने का फ़ैसला एफ़डीए के वैज्ञानिकों ने किया है जो 'विज्ञान और आंकड़े के आधार पर है।' हैन राजनीति करने को लेकर आलोचनाएं झेल चुके हैं। उन पर ट्रंप प्रशासन का समर्थन करने के आरोप हैं। ट्रंप प्रशासन 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनज़र कोविड-19 के इलाज में तेज़ी ला रहा है। प्लाज़्मा थेरेपी की घोषणा से एक दिन पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने एफ़डीए पर राजनीतिक कारणों से वैक्सीन के काम में और इलाज के तरीक़ों में बाधा डालने का आरोप लगाया था।

हैन से रेकॉर्ड सही करने को कहा गया

हैन ने यह कहते हुए ट्रंप का समर्थन किया था कि यदि प्लाज्मा का इस्तेमाल करते हुए इलाज किया जाए तो 100 में से 35 लोग कोरोना वायरस से बच जाएंगे। इस 35 प्रतिशत आंकड़े का अन्य वैज्ञानिकों और कुछ पूर्व FDA अधिकारियों ने आलोचना की, जिन्होंने हॉन से रिकॉर्ड को सही करने के लिए कहा था। हैन ने कहा, 'मैंने रविवार रात को प्लाज्मा के लाभ के बारे में जो टिप्पणी की थी उसके लिए मेरी आलोचना की गई। आलोचना पूरी तरह से उचित है। बेहतर होता यदि मैं यह कहता कि आंकड़ों से पता चलता है कि जोखिम में कमी आती है, जोखिम पूरी तरह से कम नहीं होता।' उन्होंने यह भी साफ किया है कि अभी इसे मॉनिटर किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर यह ऑथराइजेशन वापस ले लिया जाएगा। FDA ने मायो क्लीनिक के देशभर के उन अस्पतालों से एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर यह निर्णय लिया था जो मरीजों के इलाज में प्लाज्मा का उपयोग कर रहे हैं।