News18 : Jun 21, 2020, 08:38 AM
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत (India) और चीन (China) के सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह (VK Singh) ने बड़ा खुलासा किया है। पूर्व आर्मी चीफ ने दावा किया कि चीन ने ही हमारे सैनिक नहीं लौटाए, भारत ने भी चीन के कई सैनिकों को वापस किया है।
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू ने पूर्व आर्मी चीफ ने कहा, कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि झड़प के बाद चीन ने कुछ भारतीय जवानों को पकड़ लिया था और बाद में उन्हें लौटाया गया। इसी तरह भारतीय सेना ने भी चीन के कई सैनिकों को बंधक बना लिया था और फिर उन्हें छोड़ दिया गया। वीके सिंह ने दावा किया कि इस झड़प में चीन के दोगुने सैनिक मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे 20 सैनिक शहीद हुए हैं तो चीन के इससे ज्यादा सैनिक मारे गए हैं लेकिन चीन कभी भी इस बात का खुलासा नहीं करेगा। चीन में हर चीज छुपाई जाती है। हमारे सैनिकों ने बदला लेकर शहादत दी है।गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख सीमा पर पिछले कई महीनों से चला आ रहा तनाव 15 जून की रात हिंसक झड़प में तब्दील हो गया। इस हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत 20 जवान शहीद हो गए। इस घटना में चीन को भी भारी नुकसान हुआ और उसके 43 सैनिक हताहत होने की खबर है। इस घटना के बाद से दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव और बढ़ गया है
गलवान घाटी का जो हिस्सा हमारा था वो हमारे पास हैगलवान घाटी की मौजूदा स्थिति के बारे में बताते हुए पूर्व आर्मी चीफ ने कहा कि गलवान घाटी का जो हिस्सा भारत के नियंत्रण में आता है वो अभी भी भारत के पास ही है। चीन जिस पेट्रोल प्वाइंट 14 को लेकर विवाद कर रहा है वह अभी भी भारत के नियंत्रण में ही है। गलवान घाटी का एक हिस्सा चीन के पास है और एक हिस्सा हमारे पास है। सिंह ने कहा कि चीन 1962 के बाद से गलवान घाटी के बैठा है और हम भी वहां से हिले नहीं हैं।
राहुल गांधी पर भी साधा निशानाकेंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी जवाब दिया और कहा कि हमारी सेना अपनी तरफ थी और चीन की अपनी तरफ। फिर कोई हमारी तरफ से उधर गया और कोई वहां से इधर आया। हमें इस बारे में जानकारी देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हर किसी को यह जानने की जरूरत नहीं है।
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू ने पूर्व आर्मी चीफ ने कहा, कुछ मीडिया रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि झड़प के बाद चीन ने कुछ भारतीय जवानों को पकड़ लिया था और बाद में उन्हें लौटाया गया। इसी तरह भारतीय सेना ने भी चीन के कई सैनिकों को बंधक बना लिया था और फिर उन्हें छोड़ दिया गया। वीके सिंह ने दावा किया कि इस झड़प में चीन के दोगुने सैनिक मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे 20 सैनिक शहीद हुए हैं तो चीन के इससे ज्यादा सैनिक मारे गए हैं लेकिन चीन कभी भी इस बात का खुलासा नहीं करेगा। चीन में हर चीज छुपाई जाती है। हमारे सैनिकों ने बदला लेकर शहादत दी है।गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख सीमा पर पिछले कई महीनों से चला आ रहा तनाव 15 जून की रात हिंसक झड़प में तब्दील हो गया। इस हिंसक झड़प में एक कर्नल समेत 20 जवान शहीद हो गए। इस घटना में चीन को भी भारी नुकसान हुआ और उसके 43 सैनिक हताहत होने की खबर है। इस घटना के बाद से दोनों देशों के बीच सीमा पर तनाव और बढ़ गया है
गलवान घाटी का जो हिस्सा हमारा था वो हमारे पास हैगलवान घाटी की मौजूदा स्थिति के बारे में बताते हुए पूर्व आर्मी चीफ ने कहा कि गलवान घाटी का जो हिस्सा भारत के नियंत्रण में आता है वो अभी भी भारत के पास ही है। चीन जिस पेट्रोल प्वाइंट 14 को लेकर विवाद कर रहा है वह अभी भी भारत के नियंत्रण में ही है। गलवान घाटी का एक हिस्सा चीन के पास है और एक हिस्सा हमारे पास है। सिंह ने कहा कि चीन 1962 के बाद से गलवान घाटी के बैठा है और हम भी वहां से हिले नहीं हैं।
राहुल गांधी पर भी साधा निशानाकेंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को भी जवाब दिया और कहा कि हमारी सेना अपनी तरफ थी और चीन की अपनी तरफ। फिर कोई हमारी तरफ से उधर गया और कोई वहां से इधर आया। हमें इस बारे में जानकारी देने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हर किसी को यह जानने की जरूरत नहीं है।