- विधायकों की लुका-छिपी; हरियाणा डीजीपी ने शाम को सहयोग की बात कही, रात में नहीं जाने दिया
- हरियाणा डीजीपी बोले- हमारी टीम ने एसओजी को क्यों रोका, नहीं मालूम; एसपी को लिख चुका हूं।
- चिट्ठीबाजी में उलझी विधायकों से पूछताछ; सवाल- क्या हरियाणा डीजीपी की नहीं सुन रही गुड़गांव पुलिस?
बागी विधायक भंवर लाल शर्मा व अन्य विधायकाें काे नाेटिस तामिल करवाने और पूछताछ के लिए मानेसर गई एसओजी टीम काे हरियाणा पुलिस ने हाेटल से करीब डेढ़ किलाेमीटर पहले राेक रखा है। विधायकाें के मानेसर में हाेटल आईटीसी ग्रांड भारत, वेस्ट वेस्टर्न कंट्री क्लब रिसाेर्ट तथा हाेटल मानेसर हेरिटेज में हाेने का शक है। हालांकि, एसओजी की टीम काे हरियाणा पुलिस इन हाेटलाें में जाने की अनुमति नहीं दे रही और टीम काे मानेसर में इन हाेटलाें से पहले हननपुर बस स्टैंड पर ही राेक लिया है।
गौरतलब है कि राजस्थान के डीजीपी भूपेन्द्र यादव हरियाणा डीजीपी काे मदद के लिए पत्र लिख चुके हैं।एसओजी की टीम काे राेकने के बारे में जब हरियाणा डीजीपी मनाेज यादवा से बात की गई ताे उन्हाेंने कहा कि हमें राजस्थान डीजीपी का पत्र मिल गया है। हमने सभी एसपी काे पत्र भेज दिया है। जब उनसे पूछा गया कि इसके बाद भी मानेसर में एसओजी की टीम काे हरियाणा पुलिस ने राेक रखा है और जिस हाेटल में विधायक हैं, वहां 3 लेयर में सुरक्षा कर रखी है, जिसमें दाे लेयर हरियाणा पुलिस की है।
डीजीपी यादवा ने कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या डीजीपी के आदेश जिला पुलिस अधीक्षक नहीं मान रहे या फिर एसओजी काे कार्रवाई से किसी ऊपरी दबाव के कारण राेका जा रहा है। बता दें कि हरियाणा की भाजपा सरकार इस मामले में खुद की भूमिका से इनकार करती आ रही है? एसओजी की टीम काे राेकने के बाद अब एसओजी के अधिकारी लीगल कार्रवाई में लगे हुए हैं।
डीजीपी ने हरियाणा डीजीपी काे पत्र में यह लिखा
राजस्थान डीजीपी भूपेन्द्र सिंह यादव ने हरियाणा डीजीपी मनाेज यादवा काे पत्र लिखकर एसओजी में दर्ज मुकदमा नंबर 48 व 49 के बारे में बताया था। साथ ही लिखा था कि मुकदमा प्रदेश सरकार के विधायकाें की खरीद-फराेख्त कर लाेकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार काे गिराने के संबंध में है।
मामले में नामजद विधायक हरियाणा में आपके क्षेत्राधिकार में स्थित हाेटलाें में ठहरे हैं, जिनसेे पूछताछ करनी है। एसओजी की टीम आईपीएस विकास शर्मा के नेतृत्व में अनुसंधान के लिए हरियाणा गई है। ऐसे में अनुसंधान में जांच कर रही टीम की मदद करें।
मैंने सभी एसपी काे भेज दिया है: मनोज यादवा
हरियाणा डीजीपी मनाेज यादवा के मुताबिक, राजस्थान डीजीपी का पत्र मिला है। उसे मैंने सभी जिला पुलिस अधीक्षकाें काे भेज दिया है। मानेसर में एसओजी की टीम काे हाेटल में जाने से क्याें राेक रखा है, ये मेरी जानकारी में नहीं है।
सहयोग नहीं कर रही हरियाणा पुलिस: राठौड़
एडीजी एसओजी अशाेक राठाैड़ का कहना है कि हमारी टीम मानेसर में ही है। वहां आसपास तीन हाेटलें और रिसाेर्ट हैं, जहां विधायक ठहरे हाेने की जानकारी है। हरियाणा पुलिस ने टीम काे हाेटल परिसर में जाने से राेका था। हमने नाेटिस दे रखा है।
सोशल मीडिया पोस्ट से मुखबिरी; एसओजी की टीम विधायकों के ट्विटर, फेसबुक व अन्य साेशल मीडिया पर पाेस्ट शेयर करने के आधार पर लोकेशन ट्रेस कर रही है। टीम का मानना है कि विधायक रिसाेर्ट में ही हैं। साथ ही हाेटल मानेसर हेरिटेज में 3 लेयर में सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इसमें आगे बाउंसर तथा शेष 2 लेयर में हरियाणा पुलिस के जवान तैनात है।