Vikrant Shekhawat : Oct 10, 2021, 08:12 AM
Aaj Ka Mausam: मॉनसून की वापसी के बीच अरब सागर से आ रही नम हवा की वजह से देश के कई राज्यों में मौसम का मिजाज फिर से बदल गया है। कुछ दिन बारिश बंद होने के बाद से अधिकतर राज्यों में फिर से झमाझम बारिश होने की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि आज यानि 9 अक्टूबर को दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की गुजरात और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों से वापसी हो गई है। वहीं, अगले 2 से 3 दिनों के दौरान छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों से भी मॉनसून की विदाई हो जाएगी।इन राज्यों में होगी भारी बारिशभारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा 9 अक्टूबर को दिए गए अपडेट की मानें तो अगले पांच दिनों के दौरान महाराष्ट्र, कोंकण, गोवा, कर्नाटक, केरल और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण महाराष्ट्र और कर्नाटक तट के पास पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है, जिसके कारण इन राज्यों में बारिश की स्थिति तीन-चार दिनों तक बनी रहेगी। नम हवाओं की वजह से अगले 5 दिनों के दौरान दक्षिणी भारत और महाराष्ट्र में व्यापक से भारी और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।मौसम विभाग की मानें तो 10 से 12 अक्टूबर के दौरान तटीय कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी बारिश होगी। इसके अलावा अगले तीन दिनों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में छिटपुट बारिश और गरज के साथ भारी बारिश से भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है। इस दौरान हवा की गति 50-60 किमी प्रति घंटे से चलेगी। कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा और अलग-अलग जगहों पर गरज के साथ बारिश हो सकती है। ऐसे हिस्सों में हवा की गति 40-50 किमी प्रति घंटे रहने की संभावना है।वहीं, मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि चक्रवाती परिसंचरण अगले 4-5 दिनों के दौरान पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर दक्षिण ओडिशा और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ सकता है।स्काईमेट वेदर के अनुमान के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, और तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। वहीं, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और गुजरात में भी बारिश होने की संभावना है। महाराष्ट्र में मुंबई समेत अन्य शहरों में भी फिलहाल बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी।ओडिशा में 'जवाद' का अलर्टबात करें ओडिशा की तो चक्रवात 'जवाद' के खतरे की संभावना के बीच मौसम विभाग की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है। आईएमडी (IMD) ने शनिवार, 9 अक्टूबर की सुबह तक ओडिशा के 17 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया था। आपको बता दें कि साइक्लोन 'गुलाब' और 'शाहीन' के बाद 'जवाद' चक्रवात को ओडिशा के लिए बेहद खतरनाक माना जा रहा है। हर साल चक्रवात के कारण होने वाली तबाही के कारण ओडिशा के लोगों के बीच नए तूफान को लेकर भय का माहौल है। बता दें कि साऊदी अरब ने इस चक्रवात को 'जवाद' नाम दिया है, जिसका मतलब है उदार।हालांकि, मौसम विज्ञानियों का कहना है कि ओडिशा में संभावित चक्रवात जवाद के कारण प्रदेश में होने वाले असर के बारे में अभी कुछ अनुमान नहीं लगाया जा सकता। 10 अक्टूबर के बाद ही पता चल पाएगा कि चक्रवात जवाद का असर ओडिशा में कितना पड़ेगा। अभी इस बात पर ध्यान केंद्रितकिया जा रहा है कि देखा कि यह चक्रवात किन किन जगहों से होकर गुजरेगा।आपको बता दें कि भारत के दक्षिणी-पश्चिमी हिस्सों से मानसून की वापसी 6 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है। इस बीच में चक्रवात जवाद के कारण मौसम ने करवट बटल लिया है। हालांकि, 15 अक्टूबर तक मॉनसून के उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों से भी वापसी की संभावना जताई गई है। मौम विभाग ने उम्मीद जताई है कि नवरात्रि को दौरान देश के अधिकतर राज्यों से मॉनसून की विदाई हो जाएगी। जिसके बाद से कई राज्यों में सुबह और शाम में हल्की ठंड महसूस होने लगेगी।