जयपुर / खेल दिवस पर यह बोले राजस्थान के मंत्री भंवर सिंह भाटी

जयपुर। उच्च राज्य शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने स्वस्थ तन के साथ स्वस्थ मन के लिए खेलाें को जरूरी बताते हुए कहा है कि खेल-कूद प्रतियोगिताओं से समाज में स्वस्थ प्रतिस्पद्र्धा का माहौल बनता है। उन्होंने कहा कि स्कूल एवं कॉलेजों में खेलों को सभी स्तरों पर प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है। इसी से देश को राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन खिलाड़ी मिल सकेंगे।

Vikrant Shekhawat : Aug 29, 2019, 02:49 PM
जयपुर। उच्च राज्य शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने स्वस्थ तन के साथ स्वस्थ मन के लिए खेलाें को जरूरी बताते हुए कहा है कि खेल-कूद प्रतियोगिताओं से समाज में स्वस्थ प्रतिस्पद्र्धा का माहौल बनता है। उन्होंने कहा कि स्कूल एवं कॉलेजों में खेलों को सभी स्तरों पर प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है। इसी से देश को राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन खिलाड़ी मिल सकेंगे। 
भाटी गुरुवार को राजस्थान विश्वविद्यालय खेल मैदान में स्कूल एवं कॉलेज शिक्षा अधिकारियों की खेल प्रतियोगिताओं के उद्घाटन पश्चात आयोजित समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने स्कूल-कॉलेज खेल प्रतियोगिताओं के खिलाड़ियों को अपने-अपने खेल में विजयी होने के लिए शुभकामनाएं भी दी। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर ऎसा वातावरण बनाएं जिससे देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी तैयार हो सकें।
उन्होंने हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले और देश को ओलम्पिक में स्वर्ण दिलाने वाले मेजर ध्यानचंद का स्मरण करते हुए कहा कि उनकी स्मृति में खेल दिवस का आयोजन इसीलिए किया जाता है कि खेलों के प्रोत्साहन का वातावरण मिले।
राजस्थान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.आर.के. कोठारी ने बताया कि विश्वविद्यालय खेल प्रोत्साहन के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करता है। उन्हाेंने कहा कि जल्द ही विश्वविद्याय के स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स को और अधिक विकसित किया जाएगा।
इस अवसर पर स्कूल एवं कॉलेज शिक्षा आयुक्त प्रदीप कुमार बोरड़ ने बताया कि खेल प्रतियोगिताओं के अंतर्गत बैडमिंटन, टेबल टेनिस, वॉलीबॉल, फुटबॉल आदि खेलों की स्पर्धाए आयोजित की जा रही है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय खेल दिवस पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों की खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन का उद्देश्य यही है कि कार्य के साथ-साथ खेलकूद से स्वस्थ रहा जा सके। उन्होंने बेहतर कार्य संस्कृति के लिए खेलों को जरूरी बताया। 
राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद्, कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय, निदेशालय एवं बड़ी संख्या में शिक्षा विभाग में कार्यरत अधिकारियों ने खेल प्रतियोगिताओं में भाग लिया।