AMAR UJALA : Jul 14, 2020, 10:49 PM
कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को नेपाल द्वारा अपने नक्शे में शामिल करने और चीन से निकटता के बाद भले ही भारत और नेपाल के राजनीतिक संबंधों में खटास आई हो, लेकिन दोनों देशों के आज भी रोटी-बेटी के रिश्ते मधुर ही हैं। इस बात की गवाह मंगलवार को भारत के दूल्हे और नेपाल की दुल्हन की हुई शादी है। मंगलवार को पिथौरागढ़ के जीबी कोट जाजरदेवल निवासी दूल्हे कमलेश चंद शादी के लिए अकेले ही नेपाल गए थे। इस दौरान परिवार वालों ने दोनों की शादी 15 मिनट में ही करा दी। इसके बाद जब वे दोनों नेपाल के दार्चुला से भारत आने के लिए लौटने लगे तो जवानों ने तुरंत दूल्हा-दुल्हन के लिए झूला पुल के गेट खोल दिए। दूल्हा-दुल्हन ने दोनों देशों के स्थानीय प्रशासन का आभार प्रकट किया। बता दें कि नेपाल से एक बीमार व्यक्ति और भारत से एक दूल्हे के अनुरोध पत्र पर दोनों स्थानीय प्रशासन की सहमति पर अंतरराष्ट्रीय झूला पुल डेढ़ घंटे के लिए खोला गया। इस दौरान नेपाल निवासी बीमार व्यक्ति चक्र सिंह सहित आठ लोग नेपाल से भारत आए और भारत से 15 लोग नेपाल गए।बता दें कि नेपाल से एक बीमार व्यक्ति और भारत से एक दूल्हे के अनुरोध पत्र पर दोनों स्थानीय प्रशासन की सहमति पर अंतरराष्ट्रीय झूला पुल डेढ़ घंटे के लिए खोला गया। इस दौरान नेपाल निवासी बीमार व्यक्ति चक्र सिंह सहित आठ लोग नेपाल से भारत आए और भारत से 15 लोग नेपाल गए।दूल्हे कमलेश चंद ने बताया कि उनकी शादी मार्च महीने में होनी थी, लेकिन लॉकडाउन होने के कारण झूलापुल बंद हो गए थे। जिसकी वजह से शादी को रोक दिया गया था। अब दोनों प्रशासन की सहमति से झूला पुल खोला गया है।दूल्हे कमलेश चंद ने खुशी जाहिर करते हुए जिलाधिकारी, एसडीएम धारचूला और एसएसबी के अधिकारियों और नेपाल प्रशासन का आभार प्रकट किया। कहा कि पुल खुलने के कारण ही उनकी शादी हो पाई है। पुल खुलने के दौरान 50 से अधिक भारतीय लोगों ने नेपाली रिश्तेदारों को राशन भी पहुंचाया है। इस दौरान 11वीं वाहिनी एसएसबी के इंसपेक्टर दीपक चंद के नेतृत्व में जवानों ने दोनों और से आने-जाने वाले लोगों की चेकिंग की।