Vikrant Shekhawat : Oct 21, 2024, 01:00 AM
KP Sharma Oli: नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने हाल ही में चीन के प्रति अपनी निष्ठा का एक बार फिर से इजहार किया है। रविवार को काठमांडू में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय समिति के सदस्य चेन जिनिंग के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय चीनी प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में उन्होंने चीन विरोधी गतिविधियों पर कड़ा रुख अपनाने का ऐलान किया। ओली ने स्पष्ट किया कि नेपाल की सीमाओं में किसी भी प्रकार की चीन विरोधी गतिविधियों को सहन नहीं किया जाएगा और नेपाल ‘एक चीन’ नीति का समर्थन करता है।यह बैठक ओली के आधिकारिक आवास बालूवातार में हुई, जहां उन्होंने नेपाल की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा कि चीन का ताइवान के प्रति दावा उचित है और सभी देशों के लिए ‘एक चीन’ नीति का पालन करना अनिवार्य है।ओली का यह बयान ऐसे समय में आया है जब उन्होंने भारत के साथ अपने संबंधों को बिगाड़ लिया था। अब, आर्थिक विकास के लिए चीन से समर्थन की उम्मीद में, ओली ने इस बैठक के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की।ओली, जो नेपाल की कम्युनिस्ट पार्टी (यूनिफाइड मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट) के अध्यक्ष हैं, को चीन समर्थक नेता के रूप में देखा जाता है। उनका यह कदम नेपाल के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ का संकेत देता है, जिसमें चीन के प्रति बढ़ती निष्ठा और भारत के प्रति दूरी दिखाई देती है। ओली की चीन प्रेम ने नेपाल की राजनीति में नए समीकरणों की संभावना को जन्म दिया है, जिससे भविष्य में क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा पर प्रभाव पड़ सकता है।