दिल्ली / चंद्रमा पर लैंडिंग से पहले इसरो ने शेयर किया चंद्रयान-2 को दिखाता कार्टून

7 सितंबर को चंद्रमा पर उतरने से पहले इसरो ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर और लैंडर को दिखाता एक कार्टून शेयर किया है। कार्टून में लैंडर से ऑर्बिटर कहता है, "अबतक तुम्हारे साथ यात्रा करना बहुत अच्छा रहा...बेस्ट ऑफ लक! उम्मीद करता हूं कि तुम जल्द दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचो।" 2 सितंबर को विक्रम लैंडर सफलतापूर्वक ऑर्बिटर से अलग हुआ था।

Isro : Sep 06, 2019, 02:34 PM
Chandrayaan 2 Landing: 48 दिन के सफर पर निकले चंद्रयान 2 की यात्रा पूरी होने में अब 18 घंटे से भी कम का वक्त बचा है। छह-सात सितंबर की रात करीब दो बजे चंद्रयान 2 की चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी। इसरो के वैज्ञानिकों समेत पूरे देश को इस ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार है। भारत के लिए ये पल इतना महत्वपूर्ण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चंद्रयान की लाइव लैडिंग देखने के लिए इसरो में मौजूद रहेंगे। खास बात ये है कि इस दौरान देश भर के 70 छात्र-छात्राएं भी उनके साथ इस ऐतिहासिक पल के गवाह बनेंगे।

7 सितंबर को चंद्रमा पर उतरने से पहले इसरो ने चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर और लैंडर को दिखाता एक कार्टून शेयर किया है। कार्टून में लैंडर से ऑर्बिटर कहता है, "अबतक तुम्हारे साथ यात्रा करना बहुत अच्छा रहा...बेस्ट ऑफ लक! उम्मीद करता हूं कि तुम जल्द दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचो।" 2 सितंबर को विक्रम लैंडर सफलतापूर्वक ऑर्बिटर से अलग हुआ था।

लाइव लैडिंग देखने के दौरान पीएम मोदी के साथ मौजूद बच्चों को उनसे बातचीत करने और सवाल पूछने का भी मौका मिलेगा। इतना ही नहीं ये छात्र-छात्राएं इसरो के वैज्ञानिक से भी रूबरू होंगे। छात्रों को इसरो की कार्यप्रणाली करीब से देखने का मौका मिलेगा। इस महत्वपूर्ण पल के लिए जिन 70 छात्रों को चुना गया है, उनमें से 16 केंद्रीय विद्यालय (Central School) के हैं।

ऐसे हुआ छात्रों का चयन

इन छात्रों का चयन इसरो की ओर से कराए गए ऑनलाइन स्पेस क्विज के जरिए किया गया है। इसरो द्वारा ये क्विज 15 से 25 अगस्त तक आयोजित किया गया था। इस क्विज में कक्षा आठ से 12 के छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। क्विज में शामिल छात्रों से स्पेस साइंस से संबंधित 20 सवाल पूछे गए थे। 10 मिनट में सबसे ज्यादा सही जवाब देने वालों का इस पल के लिए चयन किया गया है। क्विज में देश भर के तमाम केंद्रीय विद्यालयों से कुल 150279 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। यह क्विज स्कूली बच्चों में अंतरिक्ष कार्यक्रमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया था। इसके तहत प्रत्येक राज्य व केंद्र शासित प्रदेश से दो छात्रों का चयन किया गया है।