Karwa Chauth 2022 / करवा चौथ की थाली में इन चीजों को शामिल करना होता है बहोत जरूरी, नोट करें पूजा सामग्री

करवा चौथ का व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाता है.इस दिन सुहागिन महिलाओं के अलावा कुंवारी लड़कियां भी अपने होने वाले पति की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के ये व्रत रखती हैं.व्रती करवा चौथ पर सूर्योदय से चंद्रोदय तक अन्न, जल का त्याग करती हैं और फिर चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता है.महिलाओं को सालभर इस व्रत का इंतजार रहता है, व्रत के कुछ दिनों पहले से ही स्त्रियां पूजा की तैयारियों में जुट जाती है

Vikrant Shekhawat : Sep 24, 2022, 12:04 PM
Karwa Chauth 2022: करवा चौथ का व्रत कार्तिक कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखा जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाओं के अलावा कुंवारी लड़कियां (जिनकी शादी तय हो गई हो) भी अपने होने वाले पति की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के ये व्रत रखती हैं. व्रती करवा चौथ पर सूर्योदय से चंद्रोदय तक अन्न, जल का त्याग करती हैं और फिर चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण किया जाता है.

महिलाओं को सालभर इस व्रत का इंतजार रहता है, व्रत के कुछ दिनों पहले से ही स्त्रियां पूजा की तैयारियों में जुट जाती हैं. पति की दीर्धायु के लिए होता है ये पर्व इसलिए पूजन में किसी तरह की कमी नहीं होना चाहिए.  पूजा में कोई चीज छूट न जाए इसके लिए महिलाएं आज ही करवा चौथ व्रत की पूर्ण सामग्री नोट कर लें.

करवा चौथ 2022 कब है ? (when is karwa chauth in 2022)

करवा चौथ का व्रत इस साल 13 अक्टूबर 2022, गुरुवार को रखा जाएगा. कार्तिक माह की चतुर्थी तिथि 13 अक्टूबर 2022, सुबह 01.59 से शुरू होगी. चतुर्थी तिथि का समापन 14 अक्टूबर 2022 को सुबह 03.08 पर होगा.

करवा चौथ 2022 चांद कब निकलेगा ? (Karwa chauth 2022 Moon time)

करवा चौथ की पूजा का समय 13 अक्टूबर 2022, शाम 06.01 से रात 07 बजकर 15 मिनट तक है. व्रती को पूजा के लिए 1 घंटे 14 मिनट का समय मिलेगा. करवा चौथ का चांद रात 08.19 मिनट पर निकलेगा.

करवा चौथ पूजा सामग्री (Karwa chauth Puja samagri)

करवा चौथ की पूजा सामग्री में पान, व्रत कथा की पुस्तक, मिट्‌टी या तांबे का टोटवाला करवा और ढक्कन, कलश, चंदन

फूल, हल्दी, चावल, मिठाई, कच्चा दूध, दही, देसी घी, शहद, शक्कर का बूरा, रोली, कुमकुम, मौली, अक्षत

16 श्रृंगार का सामान,  मेहंदी, महावर, सिंदूर, कंघा, बिंदी, चुनरी, चूड़ी, छलनी, बिछुआ

छलनी, करवा माता की तस्वीर, दीपक, अगरबत्ती, कपूर, गेहूं, बाती (रूई)लकड़ी का आसन,  दक्षिणा के पैसे, हलुआ, आठ पूरियों की अठावरी

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