Vikrant Shekhawat : Jan 10, 2021, 09:47 AM
Delhi: कोरोना के साथ संघर्ष कर रही भारत में परिषदों की मृत्यु के कारण दहशत बढ़ती जा रही है। देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। हिमाचल प्रदेश से केरल और गुजरात से महाराष्ट्र तक पक्षियों के मरने की खबरें हैं। हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, केरल और उत्तर प्रदेश सात राज्य हैं जहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। इसी समय, पक्षियों के नमूने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र सहित कई अन्य राज्यों में परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए हैं।
बर्ड फ्लू वायरस मिलने के बाद कानपुर चिड़ियाघर को सील कर दिया गया है। चार पक्षियों की मौत की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। कानपुर कमिश्नर राजशेखर के आदेश पर चिड़ियाघर के आसपास के क्षेत्र को रेड जोन घोषित किया गया है। इलाके के निवासी भी प्रशासन के साथ सतर्क हो गए हैं।इसके अलावा, चिड़ियाघर प्रशासन ने बाड़े के अन्य पक्षियों को मारने का आदेश दिया है जिसमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। बता दें कि कानपुर चिड़ियाघर में दो दिनों में दस पक्षियों की मौत हो गई। जिसमें सेम्पल के चार नमूने भोला प्रयोगशाला भेजे गए। जहां से रिपोर्ट में चारों में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए।कोरोना के हमले से दिल्ली अभी सतर्क नहीं था कि बर्ड फ्लू की दहशत फैल गई। हालांकि दिल्ली में बर्ड फ्लू की कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन चिंता बढ़ जाने से राजधानी के विभिन्न इलाकों में पक्षी मर रहे हैं। दिल्ली के एक पार्क में 17 कौओं की मौत हो गई, जबकि द्वारका के डीडीए पार्क में 2 कौओं की मौत हो गई। वहीं, दिल्ली के संजय झील में 10 बत्तखों की मौत हो गई और मयूर विहार फेज -3 के एक पार्क में तीन-चार दिनों से रोजाना मृत कौवे पाए जा रहे हैं।
दिल्ली सरकार ने भी बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए तैयारी तेज कर दी है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि गाजीपुर पोल्ट्री फॉर्म को 10 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। जबकि वर्तमान में जीवित पक्षियों के आयात पर प्रतिबंध है। दिल्ली के हर जिले में निगरानी के लिए निगरानी दल बनाए गए हैं। पशु चिकित्सक लगातार सर्वेक्षण कर रहे हैं। संजय लेक, भलस्वा लेक और पोल्ट्री मार्केट पर नजर रखी जा रही है। बता दें कि मृत पक्षियों के बारे में जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 23890318 भी जारी किया गया है।
बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद हिमाचल प्रदेश के पोंग क्षेत्र में हलचल है। प्रवासी पक्षी हर साल यहां आते हैं। बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद यहां 3500 प्रवासी पक्षी मारे गए हैं। सरकार सतर्क है और राज्य में अलर्ट जारी है। इसके अलावा कांगड़ा में भी बर्ड फ्लू का खतरा लगातार बढ़ रहा है। कौवे की मौत के बाद, 5 नमूने जालंधर भेजे गए, जिनमें से 3 को सकारात्मक पाया गया है। इसके बाद, 8 किमी क्षेत्र को सील कर दिया गया था। साथ ही, चिकन और अंडे बेचने पर भी प्रतिबंध है।
बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों के कारण पहाड़ों में भी अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पशुपालन विभाग ने मुर्गी फार्म को सतर्क रहने को कहा है। पार्कों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
राजस्थान के 11 जिले बर्ड फ्लू की चपेट में हैं। इनमें सवाई माधोपुर, पाली, दौसा और जैसलमेर शामिल हैं। सवाई माधोपुर में बर्ड फ्लू के एच 5 स्ट्रेन मृत कौवों में पाए गए हैं। जिले में अब तक मटर और मोर समेत 70 पक्षियों की मौत हो चुकी है। बर्ड फ्लू की पुष्टि के कारण सवाई माधोपुर में रणथंभौर वन प्रशासन सतर्क है। पार्क क्षेत्र में पक्षियों की निगरानी के लिए टीमों का गठन किया गया है, जो लगातार पक्षियों के बिट्स के नमूने ले रहे हैं।
बर्ड फ्लू वायरस मिलने के बाद कानपुर चिड़ियाघर को सील कर दिया गया है। चार पक्षियों की मौत की जांच रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। कानपुर कमिश्नर राजशेखर के आदेश पर चिड़ियाघर के आसपास के क्षेत्र को रेड जोन घोषित किया गया है। इलाके के निवासी भी प्रशासन के साथ सतर्क हो गए हैं।इसके अलावा, चिड़ियाघर प्रशासन ने बाड़े के अन्य पक्षियों को मारने का आदेश दिया है जिसमें बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई थी। बता दें कि कानपुर चिड़ियाघर में दो दिनों में दस पक्षियों की मौत हो गई। जिसमें सेम्पल के चार नमूने भोला प्रयोगशाला भेजे गए। जहां से रिपोर्ट में चारों में बर्ड फ्लू के लक्षण पाए गए।कोरोना के हमले से दिल्ली अभी सतर्क नहीं था कि बर्ड फ्लू की दहशत फैल गई। हालांकि दिल्ली में बर्ड फ्लू की कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन चिंता बढ़ जाने से राजधानी के विभिन्न इलाकों में पक्षी मर रहे हैं। दिल्ली के एक पार्क में 17 कौओं की मौत हो गई, जबकि द्वारका के डीडीए पार्क में 2 कौओं की मौत हो गई। वहीं, दिल्ली के संजय झील में 10 बत्तखों की मौत हो गई और मयूर विहार फेज -3 के एक पार्क में तीन-चार दिनों से रोजाना मृत कौवे पाए जा रहे हैं।
दिल्ली सरकार ने भी बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए तैयारी तेज कर दी है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बताया कि गाजीपुर पोल्ट्री फॉर्म को 10 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। जबकि वर्तमान में जीवित पक्षियों के आयात पर प्रतिबंध है। दिल्ली के हर जिले में निगरानी के लिए निगरानी दल बनाए गए हैं। पशु चिकित्सक लगातार सर्वेक्षण कर रहे हैं। संजय लेक, भलस्वा लेक और पोल्ट्री मार्केट पर नजर रखी जा रही है। बता दें कि मृत पक्षियों के बारे में जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर 23890318 भी जारी किया गया है।
बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद हिमाचल प्रदेश के पोंग क्षेत्र में हलचल है। प्रवासी पक्षी हर साल यहां आते हैं। बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद यहां 3500 प्रवासी पक्षी मारे गए हैं। सरकार सतर्क है और राज्य में अलर्ट जारी है। इसके अलावा कांगड़ा में भी बर्ड फ्लू का खतरा लगातार बढ़ रहा है। कौवे की मौत के बाद, 5 नमूने जालंधर भेजे गए, जिनमें से 3 को सकारात्मक पाया गया है। इसके बाद, 8 किमी क्षेत्र को सील कर दिया गया था। साथ ही, चिकन और अंडे बेचने पर भी प्रतिबंध है।
बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों के कारण पहाड़ों में भी अलर्ट जारी किया गया है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पशुपालन विभाग ने मुर्गी फार्म को सतर्क रहने को कहा है। पार्कों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है।
राजस्थान के 11 जिले बर्ड फ्लू की चपेट में हैं। इनमें सवाई माधोपुर, पाली, दौसा और जैसलमेर शामिल हैं। सवाई माधोपुर में बर्ड फ्लू के एच 5 स्ट्रेन मृत कौवों में पाए गए हैं। जिले में अब तक मटर और मोर समेत 70 पक्षियों की मौत हो चुकी है। बर्ड फ्लू की पुष्टि के कारण सवाई माधोपुर में रणथंभौर वन प्रशासन सतर्क है। पार्क क्षेत्र में पक्षियों की निगरानी के लिए टीमों का गठन किया गया है, जो लगातार पक्षियों के बिट्स के नमूने ले रहे हैं।