बरेली / चिन्मयानंद केस की लॉ छात्रा को कम उपस्थिति के चलते परीक्षा देने से रोका गया

बीजेपी नेता चिन्मयानंद पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली 23 वर्षीय लॉ छात्रा को बरेली की एक यूनिवर्सिटी ने सेमेस्टर एग्ज़ाम देने से रोक दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि परीक्षा देने के लिए ज़रूरी 75% उपस्थिति ना होने पर छात्रा को रोका गया। छात्रा को परीक्षा देने के लिए कोर्ट का आदेश लाने को कहा गया है।

Live Hindustan : Nov 26, 2019, 05:51 PM
चिन्मयानंद केस में पीडि़त छात्रा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। आज बैक परीक्षा देने के बाद छात्रा आगे की परीक्षा दे पाएगी या नहीं, इसप संशय मडंराने लगा है। दुष्कर्म पीड़ित छात्रा के बैक परीक्षा देकर वापस जाने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कल से होने वाली थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा में छात्रा को अनुमति देने से इंकार कर दिया है।

प्रशासन का कहना है कि कोर्ट के फैसले में इस बात का उल्लेख नहीं है कि छात्रा को अटेंडेंस ना होने के बाद भी परीक्षा में शामिल कराया जाए। आज शाम तक कोई नया फैसला आता है तब नए सिरे से विचार किया जाएगा। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यह भी कहा कि शाहजहांपुर जेल प्रशासन को यह पत्र भेजा जाएगा कि कोर्ट से परीक्षा में शामिल होने का फैसला ना आने पर छात्रा को विश्वविद्यालय ना भेजा जाए।

सेमेस्टर परीक्षा पर संशय

शाहजहांपुर के लॉ कॉलेज की दुष्कर्म पीड़िता छात्रा को सोमवार को बैक पेपर में शामिल होने की अनुमति मिल गई। रुहेलखंड यूनिवर्सिटी प्रशासन ने उसे परीक्षा में शामिल होने से नहीं रोका। पूर्व गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद से जुड़े ब्लैकमेलिंग प्रकरण में छात्रा इन दिनों जेल में है।आज छात्रा पुलिस अभिरक्षा में परीक्षा देने के लिए यूनिवर्सिटी पहुंची। छात्रा के सामने अब मंगलवार को होने वाली सेमेस्टर परीक्षा में शामिल होने की चुनौती है।

जेल में रहने के कारण उसकी उपस्थिति कम है। कोर्ट ने उपस्थिति कम होने के बाद भी उसे परीक्षा में शामिल कराने को लेकर कोई निर्देश नहीं दिया है। इस कारण अभी यूनिवर्सिटी प्रशासन भी यह फैसला नहीं ले पाया है कि छात्रा मंगलवार से होने वाली सेमेस्टर परीक्षा में शामिल होगी या नहीं। आज शाम तक इस पर फैसला होगा।