Vikrant Shekhawat : Apr 08, 2021, 07:26 AM
नई दिल्ली। राजधानी में कोरोना (Corona) का कहर बढ़ता ही जा रहा है। जिसका प्रभाव अब सामान्य जनजीवन के साथ ही अस्पतालों में भी देखने को मिल रहा है और नॉन कोविड मरीजों (Non Covid Patient) के इलाज में एक बार फिर दिक्कतें आने वाली हैं। दिल्ली के सबसे बड़े अस्पताल ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) में भी कोरोना के चलते कल यानि आठ अप्रैल से बड़ा बदलाव किया जा रहा है। जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ेगा।
दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) की ओपीडी में इलाज की व्यवस्था को कुछ सीमित किया गया है। जिसके चलते मरीजों को अस्पताल से बिना इलाज कराए भी लौटना पड़ सकता है। अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट की ओर से जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार अब पहले की तरह मरीज बिना अपॉइंटमेंट के सीधे अस्पताल की ओपीडी (OPD) में नहीं पहुंच सकेंगे। इसके लिए उन्हें पहले ही अपॉइंटमेंट लेनी होगी।इस नए आदेश के अनुसार बिना अपॉइंटमेंट सीधे ओपीडी में पहुंचकर रजिस्ट्रेशन (Registration) कराना अब बंद कर दिया जाएगा। लिहाजा मरीजों को ऑनलाइन या कॉल सेंटर के माध्यम से अपॉइंटमेंट लेना होगा, उसके बाद ही उन्हें ओपीडी में देखा जाएगा। यह आदेश गुरुवार यानि आठ अप्रैल से लागू हो जाएगा। ऐसे में देशभर से इलाज के लिए यहां आने वाले मरीजों को बिना दिखाए भी वापस लौटना पड़ सकता है।सर्कुलर में कहा गया है कि डॉक्टरों और सुविधाओं के कोरोना मरीजों के लिए लगे होने के कारण ओपीडी सेवाओं को सीमित करने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही सभी विभागों को छूट दी गई है कि वे अगले चार हफ्तों तक नए और पुराने मरीजों के ओपीडी में दिखाने की संख्या भी अपना स्टाफ और सुविधाएं देखते हुए तय कर सकते हैं।
दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) की ओपीडी में इलाज की व्यवस्था को कुछ सीमित किया गया है। जिसके चलते मरीजों को अस्पताल से बिना इलाज कराए भी लौटना पड़ सकता है। अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट की ओर से जारी किए गए सर्कुलर के अनुसार अब पहले की तरह मरीज बिना अपॉइंटमेंट के सीधे अस्पताल की ओपीडी (OPD) में नहीं पहुंच सकेंगे। इसके लिए उन्हें पहले ही अपॉइंटमेंट लेनी होगी।इस नए आदेश के अनुसार बिना अपॉइंटमेंट सीधे ओपीडी में पहुंचकर रजिस्ट्रेशन (Registration) कराना अब बंद कर दिया जाएगा। लिहाजा मरीजों को ऑनलाइन या कॉल सेंटर के माध्यम से अपॉइंटमेंट लेना होगा, उसके बाद ही उन्हें ओपीडी में देखा जाएगा। यह आदेश गुरुवार यानि आठ अप्रैल से लागू हो जाएगा। ऐसे में देशभर से इलाज के लिए यहां आने वाले मरीजों को बिना दिखाए भी वापस लौटना पड़ सकता है।सर्कुलर में कहा गया है कि डॉक्टरों और सुविधाओं के कोरोना मरीजों के लिए लगे होने के कारण ओपीडी सेवाओं को सीमित करने का फैसला लिया गया है। इसके साथ ही सभी विभागों को छूट दी गई है कि वे अगले चार हफ्तों तक नए और पुराने मरीजों के ओपीडी में दिखाने की संख्या भी अपना स्टाफ और सुविधाएं देखते हुए तय कर सकते हैं।