Vikrant Shekhawat : Mar 10, 2022, 07:27 AM
Election results 2022: 10 मार्च का दिन काफी अहम होने वाला है। एक ओर यूक्रेन में चल रहा ऑपरेशन गंगा खत्म होने वाला है और दूसरी ओर यूपी समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव पर फैसला आने वाला है। ऑपरेशन गंगा के तहत सभी सरकारी अधिकारी गुरुवार को मिशन से लौट आएंगे और 10 मार्च के दिन ही चुनाव पर फैसला आते ही ये तस्वीर भी साफ हो जाएगी कि मोदी है तो मुमकिन है या नहीं।10 मार्च को पांच राज्यों(उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर) की विधानसभाओं पर फैसला आने वाला है। इससे पहले जारी हुए एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मणिपुर में भाजपा की सरकार आने का अनुमान है। वहीं, पंजाब में आम आदमी पार्टी और गोवा में मामला फंसता हुए दिख रहा है। 10 मार्च को होने वाली मतगणना के बाद स्थिति साफ हो जाएगी कि इन राज्यों में किस पार्टी के पास सत्ता की चाबी होगी।इस बार भी मोदी लहरसाल 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल करके जीत हासिल की थी। उस वक्त लोगों की जुबान में एक लाइन चली, मोदी है तो मुमकिन है। ये नारा साल 2019 में रिपीट हुआ और अगर पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में भी भाजपा जीत हासिल करती है तो ये नारा भी सही साबित हो जाएगा। इस चुनावी रिजल्ट से आगामी 2024 लोकसभा चुनाव की रूपरेखा भी तैयार हो जाएगी।ऑपरेशन गंगा मिशन भी पूरा होगा10 मार्च का दिन एक और मामले में महत्वपूर्ण है। गुरुवार के दिन यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वतन वापसी के लिए शुरू हुआ ऑपरेशन गंगा मिशन पूरा हो जाएगा। यूक्रेन के अलग-अलग इलाकों में फंसे भारतीयों की मदद के लिए पहुंची केंद्र सरकार की टीम वापस लौट रही है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन से सरकारी टीमों की वापसी शुरू करने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी और गुरुवार शाम तक ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम उड़ानें संचालित होंगी।भारतीयों ने पीएम से मिलकर जताया आभारयूक्रेन में मौत का मंजर देखकर सुरक्षित भारत लौटे छात्रों और नागरिकों ने इस मिशन का पूरा श्रेय भारत सरकार को दिया। भारतीय नागरिकों और उनके पैरेंट्स ने मोदी सरकार की तारीफ की और कहा कि मोदी सरकार की सजगता की वजह से वे सुरक्षित लौटने में सफल रहे। बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 14 दिनों से जंग चल रही है। इस युद्ध में सैंकड़ों की संख्या में सैनिक और आम नागरिकों की मौत हो चुकी है।गौरतलब है कि फरवरी में रूस - यूक्रेन में युद्ध शुरू होने के बाद से, सरकार ने लगभग 18,000 भारतीय नागरिकों को निकाला है, जिनमें से अधिकांश छात्र शामिल हैं। सूमी में फंसे लगभग 700 छात्रों का अंतिम जत्था पश्चिमी यूक्रेन के रास्ते में है। उनके पहुंचने के बाद एक आखिरी फ्लाइट भारत के लिए उड़ान भरेगी। यूक्रेन में अब तक 516 नागरिकों की मौतउधर, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने यूक्रेन संघर्ष में हताहत हुए लोगों की लेटेस्ट संख्या जारी की है। बताया कि अब तक 516 लोग मारे गए हैं और 908 घायल लोग घायल हुए हैं।