Vikrant Shekhawat : Nov 20, 2021, 01:10 PM
मुंबई: नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मुंबई के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े और एनसीपी प्रवक्ता व मंत्री नवाब मलिक के बीच चल रही आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बीच अब उनके परिवार के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर लड़ाई छेड़ दी।नवाब मलिक ने शुक्रवार को ट्वीट किया कि वह सुबह 10 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे। हालांकि यह कोई नई बात नहीं थी क्योंकि ड्रग्स मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से मंत्री मलिक नियमित रूप से एनसीबी और उसके कामकाज के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे हैं।इसके बाद समीर वानखेड़े की पत्नी अभिनेत्री क्रांति रेडकर ने ट्वीट किया, "वाह क्या खौफ है, चाचा नवाब मलिक सोते-जागते, उठते-बैठते हर समय सिर्फ समीर वानखेड़े के बारे में सोचते हैं। सुबह हुई नहीं कि ट्वीट शुरू। डर पैदा करो तो ऐसा। यह एक एक ईमानदार अधिकारी की शक्ति है।"क्रांति रेडकर के इस ट्वीट के जवाब में नवाब मलिक की बेटी निलोफर मलिक खान ने ट्वीट किया, "खौफ उन्हें होता है जिन्होंने छल-कपट किया हो, पर्दाफाश होने के डर से तिलमिलाना बंद कीजिए। कोई फायदा नहीं होगा।"समीर वानखेड़े के नाम पर बार लाइसेंसनवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में नया खुलासा किया। उन्होंने कहा कि वानखेड़े परिवार ने न केवल मुस्लिम धर्म अपनाने के बाद फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाया, बल्कि कई और गड़बड़ियों में भी शामिल रहे। उन्होंने नए दस्तावेज जारी करते हुए खुलासा किया कि नाबालिग की उम्र में ही समीर वानखेडे को बार एंड रेस्टोरेंट का लाइसेंस मिल गया था।मलिक ने दस्तावेज दिखाते हुए कहा कि समीर वानखेडे के नाम पर एक बार एंड रेस्टोरेंट रजिस्टर्ड है। यह लाइसेंस उन्हें साल 1997 में मिला था। तब समीर वानखेडे नाबालिग थे। समीर की उम्र 18 साल नहीं हुई थी। उस वक्त उनकी उम्र 17 साल 10 माह 19 दिन थी। फिर भी उनके नाम पर बार एंड रेस्टोरेंट का लाइसेंस मिल गया था। जो कानूनन अवैध है। मलिक ने कहा कि समीर के पिता ज्ञानदेव वानखेडे आबकारी विभाग में कार्यरत थे। इसलिए समीर के नाम पर बार का लाइसेंस मिला। वहीं, समीर वानखेडे ने मीडिया को सफाई दी है कि उन्होंने बार के बारे में जानकारी कभी नहीं छिपाई। उन्होंने अपने आयकर रिटर्न में उस संपत्ति से आय का उल्लेख किया है और सरकारी सेवा में शामिल होने के बाद पॉवर ऑफ अटार्नी उनके पिता के पास है।