Pakistan Cricket Team / PCB को लगा पाकिस्तान के बाहर होते ही तगड़ा झटका, सामने खड़ी हुई बड़ी परेशानी

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में पाकिस्तान का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। पहले मैच में न्यूजीलैंड से 60 रनों की हार मिली, फिर भारत ने 6 विकेट से हराया। सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर होने के बाद फैंस की रुचि कम हो रही है। खराब प्रदर्शन से ब्रांड वैल्यू भी प्रभावित होगी।

Pakistan Cricket Team: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पाकिस्तान क्रिकेट के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रही है। टीम को अपने पहले ही मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ 60 रनों से हार मिली। इसके बाद भारतीय टीम ने 6 विकेट से हराकर पाकिस्तान की सेमीफाइनल की उम्मीदों को पूरी तरह खत्म कर दिया। टूर्नामेंट शुरू हुए अभी मात्र 6 दिन हुए हैं और पाकिस्तान क्रिकेट फिर से संकट में है। इस खराब प्रदर्शन के चलते राष्ट्रीय टीम के लिए स्पॉन्सर जुटाना भी एक बड़ी चुनौती बन सकता है।

फैंस को स्टेडियम लाना अब चुनौती

भारत से हारने से ठीक एक दिन पहले, लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हुए मैच में दर्शकों की भारी भीड़ देखने को मिली थी। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अधिकारी उस समय आत्मविश्वास से भरे हुए थे। बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि यह देखकर अच्छा लगा कि दर्शक पाकिस्तान के अलावा अन्य टीमों के मैचों का भी आनंद ले रहे हैं। लेकिन अब चुनौती यह है कि टूर्नामेंट के बचे हुए मैचों में भी दर्शकों की उपस्थिति बनी रहे। पाकिस्तान टीम की खराब फॉर्म को देखते हुए यह आसान नहीं होगा।

ब्रांड वैल्यू पर पड़ेगा असर

PCB के कमर्शियल यूनिट से जुड़े एक विश्वसनीय सूत्र के अनुसार, पाकिस्तान के सेमीफाइनल से बाहर होने के बावजूद बोर्ड को कोई बड़ा आर्थिक नुकसान नहीं होगा क्योंकि आईसीसी राजस्व में उसका हिस्सा सुरक्षित है। हालांकि, मुख्य चिंता पाकिस्तान क्रिकेट की ब्रांड वैल्यू को लेकर है। टीम के निराशाजनक प्रदर्शन का असर न केवल फैंस की रुचि पर पड़ेगा, बल्कि ब्रॉडकास्टिंग और स्पॉन्सरशिप डील्स पर भी असर डाल सकता है। खाली स्टेडियमों की तस्वीरें प्रसारित होने से टूर्नामेंट की प्रतिष्ठा को नुकसान होगा और भविष्य में पाकिस्तान क्रिकेट को एक ब्रांड के रूप में बेचना कठिन हो सकता है।

आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी का दबाव

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन हाइब्रिड मॉडल के तहत किया जा रहा है, लेकिन इसकी आधिकारिक मेजबानी पाकिस्तान के पास है। 1996 के बाद यह पहली बार है जब पाकिस्तान किसी आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। ऐसे में उम्मीद थी कि पाकिस्तान टीम घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाकर अच्छा प्रदर्शन करेगी। लेकिन गेंदबाजों और बल्लेबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन ने इन उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

इस खराब प्रदर्शन के बाद न केवल टीम पर बल्कि पूरे पाकिस्तान क्रिकेट सिस्टम पर सवाल उठने लगे हैं। क्या PCB इस संकट से बाहर निकलने का कोई समाधान निकाल पाएगा, यह देखने वाली बात होगी।