AajTak : Jul 06, 2020, 04:14 PM
Delhi: जानवरों के लिए दुनियाभर में काम करने वाली गैर-सरकारी संस्थान पेटा (PETA) ने भारत सरकार से मांग की है कि देश में चल रहे वेट मार्केट को कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए तत्काल बंद किया जाना चाहिए। संस्था ने आशंका जताई है कि अगर ये बंद नहीं किए गए तो इन अवैध वेट मार्केट से भारत में नई महामारी फैल सकती है।
पीपुल्स ऑफ द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) ने भारत में चल रहे वेट मार्केट्स (Wet Markets) की वीडियो फुटेज जारी करते हुए कहा है कि इन बाजारों को तत्काल बंद किया जाना चाहिए।पेटा ने कहा है कि ये बाजार अवैध रूप से देश के विभिन्न हिस्सों में चल रहे हैं। संस्था ने कहा है कि कुत्तों का मांस बिक रहा है। उनकी हत्या की जा रही है। जो कि वाइल्डलाइफ प्रिवेंशन एक्ट 1972, प्रिवेंशन ऑफ क्रूएलिटी टू एनिमल्स एक्ट 1960 और द फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट 2006 का सीधा उल्लघंन है।पेटा ने बताया कि बाजार दिल्ली, पश्चिम बंगाल, नगालैंड और मणिपुर में भी फैले हुए हैं। संस्थान ने कहा कि इस समय कोविड-19 महामारी तेजी से फैली हुई है। चीन के वेट मार्केट से ही इंसानों में कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ था। चीन से ऐसी कई बीमारियों सुअरों व अन्य जंगली जीवों की वजह से इंसानों में कई बार फैली हैं। इसलिए ऐसे बाजारों को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए।पेटा की ओर से जारी वीडियो में दिल्ली का गाजीपुर मुर्गा मंडी दिखाया गया है। जिसमें जिंदा केकड़े दिख रहे हैं। पश्चिम बंगाल के मलांछा बाजार में जिंदा ईल्स मछली और नगालैंड के दीमापुर स्थित कीड़ा बाजार में कुत्तों का मांस बिक रहा है।
पीपुल्स ऑफ द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) ने भारत में चल रहे वेट मार्केट्स (Wet Markets) की वीडियो फुटेज जारी करते हुए कहा है कि इन बाजारों को तत्काल बंद किया जाना चाहिए।पेटा ने कहा है कि ये बाजार अवैध रूप से देश के विभिन्न हिस्सों में चल रहे हैं। संस्था ने कहा है कि कुत्तों का मांस बिक रहा है। उनकी हत्या की जा रही है। जो कि वाइल्डलाइफ प्रिवेंशन एक्ट 1972, प्रिवेंशन ऑफ क्रूएलिटी टू एनिमल्स एक्ट 1960 और द फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट 2006 का सीधा उल्लघंन है।पेटा ने बताया कि बाजार दिल्ली, पश्चिम बंगाल, नगालैंड और मणिपुर में भी फैले हुए हैं। संस्थान ने कहा कि इस समय कोविड-19 महामारी तेजी से फैली हुई है। चीन के वेट मार्केट से ही इंसानों में कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ था। चीन से ऐसी कई बीमारियों सुअरों व अन्य जंगली जीवों की वजह से इंसानों में कई बार फैली हैं। इसलिए ऐसे बाजारों को तत्काल प्रभाव से बंद किया जाए।पेटा की ओर से जारी वीडियो में दिल्ली का गाजीपुर मुर्गा मंडी दिखाया गया है। जिसमें जिंदा केकड़े दिख रहे हैं। पश्चिम बंगाल के मलांछा बाजार में जिंदा ईल्स मछली और नगालैंड के दीमापुर स्थित कीड़ा बाजार में कुत्तों का मांस बिक रहा है।
मणिपुर के नुते बाजार में बंदर, जंगली सुअर, शाही और हिरण का मांस बिकता हुआ दिखाई दे रहा है। मणिपुर के चूड़ाचंदपुर बाजार में भी कई जंगली जीवों का मांस बेचा जा रहा है। इन बाजारों में वन्यजीवों को लेकर बनाए गए कानूनों का साफतौर पर उल्लंघन हो रहा है।पेटा इंडिया की वेगर आउटरीच कॉर्डिनेटर डॉ। किरण आहूजा ने बताया कि अगर इसी तरह से ये गंदगी से भरे वेट मार्केट चलते रहे तो हो सकता है कि अगला वायरस यहीं कहीं से किसी इंसान को अपनी चपेट में ले ले।डॉ। आहूजा ने बताया कि स्वाइन फ्लू, बर्ड फ्लू, सार्स और अब कोविड-19 ये सारी महामारियां चीन के जंगली जीवों के वेट मार्केट से ही फैली हैं। इनसे सबसे ज्यादा परेशान इंसान ही हुए हैं। इसलिए ऐसे बाजारों को तत्काल बंद किया जाना चाहिए। जीवों की हत्या रोकी जानी चाहिए।पेटा ने इस बारे में भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, पर्यावरण मंत्रालय, एनिमल हसबेंडरी, डेयरी और मछली पालन विभाग को भी ऐसे बाजार बंद करने की अपील करते हुए पत्र लिखा है।आपको बता दें कि हाल ही में नगालैंड ने अपने यहां कुत्तों के मांस के बाजार बंद करने की घोषणा की थी। इसके अलावा दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां पर कुत्तों, बंदरों और बिल्लियों का मांस खाया जाता है। ये देश हैं चीन, ताइवान, दक्षिण कोरिया, फिलिपींस, थाईलैंड, लाओस, वियतनाम और कंबोडिया।Great news!
— PETA India (@PetaIndia) July 3, 2020
Illegal dog meat trade must also be stopped in Manipur, Meghalaya, Tripura and elsewhere!@NBirenSingh @BjpBiplab @SangmaConrad https://t.co/vlntGLaWOy