PM Modi America Tour / पीएम मोदी 3 दिन की अमेरिका यात्रा पूरी कर दिल्ली पहुंचे, बीजेपी नेताओं ने किया स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को अपनी 3 दिवसीय अमेरिकी यात्रा के बाद दिल्ली लौट आए। एयरपोर्ट पर बीजेपी नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। यात्रा के दौरान उन्होंने क्वाड लीडर्स समिट और संयुक्त राष्ट्र के फ्यूचर समिट में हिस्सा लिया, और राष्ट्रपति बाइडेन सहित शीर्ष नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं।

Vikrant Shekhawat : Sep 24, 2024, 10:33 PM
PM Modi America Tour: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी तीन दिवसीय अमेरिकी यात्रा को समाप्त करते हुए मंगलवार को दिल्ली लौट आए। उनका स्वागत दिल्ली एयरपोर्ट पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं द्वारा बड़े उत्साह के साथ किया गया। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने न्यूयॉर्क में क्वाड लीडर्स समिट और संयुक्त राष्ट्र के फ्यूचर समिट में भाग लिया, जो उनकी विदेश नीति के लिए महत्वपूर्ण कदम माने जा रहे हैं।

द्विपक्षीय बैठकों में भागीदारी

मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान, उन्होंने विश्व के कई प्रमुख नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं, जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन प्रमुख थे। इन बैठकों में विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई, जो भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को और मजबूत करने में सहायक हो सकती हैं।

सफल यात्रा का आत्मावलोकन

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी अमेरिकी यात्रा को काफी सफल बताया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक संक्षिप्त वीडियो साझा किया, जिसमें क्वाड शिखर सम्मेलन, द्विपक्षीय बैठकों, और भारतीय प्रवासियों के साथ अपने संबोधन के मुख्य अंश शामिल थे। उन्होंने कहा, "यह एक सफल अमेरिकी यात्रा रही है जिसमें कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम शामिल थे।"

व्यक्तिगत जुड़ाव

मोदी ने बताया कि राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उन्हें अपने घर, डेलावेयर में आमंत्रित किया, जो उनके लिए एक खास और दिल को छू लेने वाला क्षण था। दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी और आत्मीयता का प्रदर्शन किया गया, जो भारत और अमेरिका के बीच व्यक्तिगत संबंधों को भी दर्शाता है।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह यात्रा न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती प्रदान करने में सहायक रही, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका को भी उजागर करती है। उनके लौटने के बाद, बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनके प्रयासों की सराहना की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह यात्रा भारतीय राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के लिए महत्वपूर्ण रही।