Gold Price Trends / कीमतों ने आसमान छुआ, इंडिया ने गोल्ड में फिर भी बनाया नया रिकॉर्ड

गोल्ड की कीमतों ने अनुमान से आगे बढ़ते हुए नया रिकॉर्ड बनाया, लेकिन गिरावट के बाद भारत में मांग में तेजी आई। शुक्रवार को सोना ₹84,750 प्रति 10 ग्राम पर था, जो पिछले सप्ताह ₹86,592 तक पहुंचा था। भारत में आयात घटने की संभावना है, जबकि चीन और अन्य देशों में छूट जारी रही।

Gold Price Trends: सोने की कीमतों ने इस सप्ताह सभी अनुमानों को धता बता दिया। एक तरफ जहां इसके दाम आसमान छू गए, वहीं दूसरी तरफ भारत ने सोने की मांग में नया रिकॉर्ड बनाया। बीते सप्ताह में भारत में सोने की मांग में सुधार देखने को मिला, हालांकि यह सामान्य स्तर से कम रही। ऐसा इसलिए क्योंकि कीमतें अपने रिकॉर्ड उच्चतम स्तर से नीचे आईं। इस बीच, व्यापारियों ने चीन में सोने पर छूट की पेशकश जारी रखी।

सोने की मांग में तेजी

सोने की मांग में अब तेजी देखने को मिल रही है। इसका मुख्य कारण यह है कि कीमतों में गिरावट हो रही है। हालांकि, कई खरीदार अभी भी कीमतों में और गिरावट का इंतजार कर रहे हैं। शुक्रवार को घरेलू बाजार में सोने की कीमत 84,750 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जबकि पिछले सप्ताह यह 86,592 रुपये के उच्च स्तर तक पहुंच गई थी। भारत के व्यापारियों ने इस सप्ताह घरेलू कीमतों पर $12-$27 प्रति औंस की छूट दी, जिसमें 6% आयात शुल्क और 3% बिक्री कर शामिल था। यह छूट पिछले सप्ताह की तुलना में कम थी, जब यह $35 तक थी।

मुंबई में एक बुलियन आयातक बैंक के व्यापारी के अनुसार, सोने की आपूर्ति सख्त हो रही है क्योंकि इस महीने बैंकों द्वारा कोई आयात नहीं किया गया।

आयात में गिरावट की संभावना

फरवरी में भारत का सोने का आयात पिछले साल की तुलना में 85% तक घटने की संभावना है, जिससे यह 20 वर्षों में सबसे कम स्तर पर आ सकता है। चीन में भी सोने की कीमतें स्पॉट कीमतों से $3 की छूट पर कारोबार कर रही थीं। जनवरी में हांगकांग के जरिए चीन का कुल सोने का आयात 44.8% घटकर अप्रैल 2022 के बाद के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।

अन्य देशों में स्थिति

  • सिंगापुर: सोना $0.50 की छूट और $3 के प्रीमियम के बीच कारोबार कर रहा था।

  • हांगकांग: व्यापारियों ने सोने को $1.8 की छूट और $2.3 के प्रीमियम के बीच बेचा।

  • जापान: बुलियन $6 की छूट और $1.5 के प्रीमियम के बीच बेचा गया।

टोक्यो स्थित एक व्यापारी के अनुसार, वर्तमान में बिक्री की मात्रा बायबैक से अधिक है क्योंकि निवेशक कीमतों के और गिरने का इंतजार कर रहे हैं।

निष्कर्ष

गोल्ड मार्केट में उतार-चढ़ाव लगातार बना हुआ है। जहां भारत में मांग में सुधार देखा जा रहा है, वहीं आयात में भारी गिरावट की संभावना बनी हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कीमतें अस्थिर बनी हुई हैं, जिससे निवेशकों के बीच अनिश्चितता बढ़ रही है। आगामी समय में सोने की कीमतें और डिमांड किस दिशा में जाएंगी, यह देखने लायक होगा।