राजस्थान में अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) बनाम सचिन पायलट (Sachin Pilot) की सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है. अब खबर ये आ रहा है कि पायलट गुट के विधायकों को कर्नाटक भेजा जा सकता है. सूत्रों की मानें तो मानेसर रिजॉर्ट से सभी विधायकों को बेंगलुरु (Bengaluru) शिफ्ट करने की तैयारी हो रही है. वहीं, पायलट समर्थक दो विधायक अशोक सिंह और भारत मैलानी ने आगे की जांच के लिए अपनी आवाज के नमूने (Voice Sample) देने से इनकार कर दिया है. वहीं, पीसीसी अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि गहलोत सरकार के पास पर्याप्त बहुमत है. जरूरत पड़ी तो साबित कर देंगे. बीटीपी के दो विधायक आने से हम और मजबूत हुए. इधर, विधायकों के खरीद फरोख्त के मामले में एसओजी की टीम दिल्ली पहुंची है. एफआईआर में दर्ज व्यक्तियों से पूछताछ हो सकती है. आईपीएस विकास शर्मा टीम को लीड कर रहे हैं.
दरअसल, शुक्रवार को जयपुर से राजस्थान पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप वॉयस सैंपल लेने हरियाणा (Haryana) के मानेसर (Manesar) स्थित एक रिजॉर्ट पहुंची थी. लेकिन होटल के बाहर की पुलिस की टीम को रोक दिया गया था. रिजॉर्ट में पायलट खेमे के विधायक ठहरे हुए थे. ऑडियो टेप मामले में एसओजी (SOG) की टीम पायलट गुट के विधायक भंवर शर्मा और विश्वेंद्र सिंह की आवाज के नमूने लेने के लिए पहुंची थी. शनिवार सुबह पुलिस मानेसर के उन दो रिजॉर्ट्स में पहुंची जहां कांग्रेस नेता सचिन पायलट गुट के 18 विधायक रुके हुए थे. हालांकि पुलिस को वहां से बैंरग लौटना पड़ा. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वहां कोई भी बागी विधायक पुलिस को नहीं मिला. एसओजी ने दावा किया कि हरियाणा पुलिस ने इस मामले में उसका सहयोग नहीं किया.