राजस्थान राज्य की कांग्रेस सरकार पर 19 दिन से छाए संकट के बादल अभी छंटे नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम समर्थक विधायकों की होटलों में बाड़ाबंदी जारी है। राजनीतिक शह और मात के बीच सत्ता लड़ाई एसीबी-एसओजी और कोर्ट-कचहरी तक में लड़ी जा रही है। अब तक, सीएम, स्पीकर, पूर्व डिप्टी सीएम, केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा विधायक सहित 40 से ज्यादा सदस्य इस जंग में कूद गए हैं।
यहां से बिगड़ी बात... सीएम, पूर्व डिप्टी सीएम को एसओजी का नोटिस एसओजी ने 10 जुलाई को सरकार गिराने की साजिश एवं आपराधिक षडयंत्र को लेकर दो मामले दर्ज कर दो लोगों को गिरफ्तार किया। एसओजी ने सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित 16 को नोटिस जारी किया। यही से पार्टी में बगावत सामने आ गई। पायलट सहित 19 विधायकों ने हरियाणा में में डेरा डाल लिया।
एसओजी ने कांग्रेस विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय और निर्दलीय विधायक सुरेश टांक, ओमप्रकाश हुड़ला, खुशवीर सिंह, बाबूलाल नागर, लक्ष्मण मीणा, आलोक बेनीवाल, कांति प्रसाद, बलजीत यादव, महादेव सिंह, रमिला खड़िया, रामकेश मीणा, संयम लोढ़ा, राजकुमार गौर को नोटिस दिया था।
बागियों ने दिखाए तेवर... स्पीकर के नोटिस को हाईकोर्ट में चुनौती
स्पीकर डाॅ.सीपी जोशी ने 14 जुलाई को मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत पर पायलट सहित 19 बागियों को अयोग्यता का नोटिस जारी किया। बागियों ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी। मुख्य सचेतक जोशी भी पार्टी हैं। चुनौती देने वालों में सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह, रमेश मीणा, दीपेंद्र सिंह शेखावत, हेमाराम चौधरी, भंवरलाल शर्मा, राकेश पारीक, जीआर खटाणा, सुरेश मोदी, मुकेश भाकर, इंद्राज गुर्जर, वेदप्रकाश सोलंकी, अमरसिंह, गजेंद्रसिंह शक्तावत, पृथ्वीराज मीणा, बृजेंद्र सिंह ओला, रामनिवास गावरिया, हरीश चंद्र मीणा एवं मुरारीलाल मीणा शामिल हैं। स्पीकर ने हाईकोर्ट के निर्णय को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती भी दी, लेकिन फिर एसएलपी विड्रो कर लिया।
एसीबी भी चुस्त तीन निर्दलीयों के बाद एसीबी ने दो और विधायकों को नोटिस
निर्दलीय सुरेश टांक, ओमप्रकाश हुड़ला, खुशवीर सिंह को एसीबी ने हॉर्स ट्रेडिंग में पूछताछ के लिए नोटिस दिया। फिर 16 जुलाई को वायरल ऑडियों के आधार पर केस दर्ज किया। भंवरलाल शर्मा और विश्वेंद्र सिंह को नोटिस दिया। एक अन्य मामले में भी दोनों को नोटिस दिया। एसओजी ने भी एक केस दर्ज कर विश्वेंद्र सिंह, भंवरलाल शर्मा एवं केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह को नोटिस दिया। जवाब किसी ने नहीं दिया।
नया संकट... बसपा के छह विधायकों का मसला कोर्ट ले गई बसपा-भाजपा
सियासी संकट के बीच अचानक बसपा के 6 विधायकों राजेंद्र सिंह गुढ़ा, जोगिंदर सिंह अवाना, दीपचंद, लाखन सिंह, वाजिब अली एवं संदीप कुमार के कांग्रेस में विलय का मामला गरमा गया। भाजपा विधायक मदन दिलावर और बसपा ने इसको असंवैधानिक बताते हुए हाईकोर्ट में चुनौती दी है। दिलावर की याचिका हाईकोर्ट खारिज भी कर चुका है, दिलावर ने मंगलवार को फिर अर्जी लगा दी।