Vikrant Shekhawat : Mar 14, 2022, 09:27 PM
Cricket | भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत के लिए ये सीरीज शानदार गुजरी है। हालांकि, वे कोई बड़ी पारी नहीं खेल पाए, लेकिन उन्होंने इस सीरीज में जो भी पारी खेली, वो शानदार थी और वो टीम के हित में दिखी। श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में रिषभ पंत का बल्ला जमकर चला। यहां तक कि उन्होंने विकेट के पीछे भी अच्छा कार्य किया। कई स्टंपिंग और कुछ अच्छे कैच उन्होंने टीम के लिए पकड़े। इसी के चलते उनको प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब मिला। टेस्ट क्रिकेट में रिषभ पंत का ये पहला प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड है। इतना ही नहीं, वे भारत के पहले ऐसे विकेटकीपर बल्लेबाज बने हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीता है। एमएस धोनी भी 94 टेस्ट मैच खेलकर भी ये कमाल नहीं कर पाए थे। प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड अपने नाम करने वाले रिषभ पंत से पूछा गया कि क्या आप बैटिंग और विकेटकीपिंग को इंजॉय कर रहे हैं तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, "मैं दोनों को इंजॉय कर रहा हूं। आपको ध्यान से विकेटकीपिंग करने की जरूरत है। मैंने भूतकाल में गलतियां की हैं और अब सुधार करना चाहता हूं। यह मेरा माइंडसेट नहीं है, लेकिन विकेट ही कुछ ऐसा था कि मुझे शॉट्स खेलने पड़े और इसलिए सोचा कि तेजी से रन बनाए जाएं।" नंबर पांच पर बल्लेबाजी करने को लेकर जब उनसे पूछा गया तो पंत ने कहा, "मैं वो सबकुछ करूंगा जो टीम मैनेजमेंट मुझसे चाहेगा।" रिषभ पंत की विकेटकीपिंग की स्किल्स में भी सुधार देखा गया है। इसके बारे में उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यह आत्मविश्वास के बारे में अधिक है, पहले मैं बहुत ज्यादा सोचता था, अब मैं केवल हर गेंद पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।" बाएं हाथ के बल्लेबाज रिषभ पंत ने श्रीलंका के खिलाफ मोहाली टेस्ट मैच की पहली पारी में 97 गेंदों में 96 रन बनाए थे, जबकि दूसरी पारी में टीम इंडिया ने बल्लेबाजी नहीं की थी। वहीं, बेंगलुरु में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में पंत ने 26 गेंदों में 39 रन और दूसरी पारी में 31 गेंदों में 50 रन बनाए थे। भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में ये सबसे तेज अर्धशतक था। उन्होंने इस सीरीज में तीन पारियों में 185 रन बनाए थे। 60 से ज्यादा का औसत उनका इस सीरीज में था। वहीं, विकेट के पीछे उन्होंने 8 शिकार किए। 5 शिकार अकेले उन्होंने पिंक बॉल टेस्ट मैच में किए। इस गेंद से विकेटकीपिंग करना आसान नहीं होता।