बॉलीवुड / हेमा मालिनी से इश्क कर बैठे थे संजीव कुमार, जानिए 'ठाकुर और बसंती' की पूरी कहानी

रमेश सिप्पी को उन दोनों के साथ के सभी सीन काटने पड़ गए। फिल्म रिलीज हुई, शुरू में फ्लॉप करार देने के बाद तीसरे हफ्ते से खूब चलने लगी। इस फिल्म के बाद हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की जोड़ी हिट हो गई। धर्मेंद्र ने हेमा को ही नहीं, उनकी मां को भी मना लिया। साउथ इंडियान दामाद ढूंढने वाली अम्मा पंजाबी दामाद को अपनाने पर मजबूर हो गई।

Zee News : May 27, 2020, 10:12 PM
बॉलीवुड डेस्क | शोले की 'बसंती' यानी हेमा मालिनी (Hema Malini) और 'ठाकुर' यानी संजीव कुमार (Sanjeev Kumar)। 1975 में रिलीज हुई कल्ट फिल्म 'शोले (Shole)' में इन दोनों कलाकारों ने प्रमुख भूमिकाएं निभाई थीं। शोले फिल्म के दौरान ऐसा क्या हुआ था कि हेमा मालिनी संजीव कुमार पर भड़क गई थीं और निर्देशक रमेश सिप्पी को बीच बचाव करना पड़ा था?

संजीव कुमार का दिल आ गया था ड्रीम गर्ल पर

बात तब की है जब 1972 में रमेश सिप्पी की ही फिल्म 'सीता और गीता' में हेमा मालिनी और संजीव कुमार ने एक साथ काम किया था। संजीव कुमार हेमा मालिनी की खूबसूरती पर बुरी तरह मर मिटे। उस समय दोनों में अच्छी दोस्ती भी हो गई। गुजराती संजीव कुमार हेमा मालिनी के चक्कर में इडली-सांबार से भी प्रेम कर बैठे। इसके बाद वे जब हेमा मालिनी का हाथ मांगने उनकी अम्मा जया चक्रवर्ती के पास गए तो अम्मा ने संजीव कुमार को रिजेक्ट कर दिया। जया चक्रवर्ती ने कहा कि उनकी बेटी हेमा मालिनी सिर्फ एक तमिल भाषी से ही शादी करेगी और पहले से उसका रिश्ता तय हो चुका है। संजीव कुमार पिटा सा मुंह ले कर लौटे। रिजेक्ट होने के बाद भी हेमा मालिनी के लिए उनका प्रेम कम नहीं हुआ। हेमा ने जरूर संजीव कुमार से दूरियां बना लीं।

शोले के दौरान बदल गए समीकरण

जब 'शोले' बनने लगी और संजीव कुमार को पता चला कि बसंती का किरदार हेमा मालिनी निभाने वाली हैं, उन्होंने दोबारा अपने प्रेम का इजहार करने का निर्णय ले लिया। उन्हें भी पता था कि उन दिनों के हिट स्टार धर्मेंद्र और हेमा मालिनी के बीच अफेयर चल रहा है। लेकिन उन्होंने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया।

शूटिंग के शुरूआती दिनों में संजीव कुमार धर्मेंद्र के सामने ही हेमा मालिनी को प्रपोज कर बैठे। इस बात पर धर्मेंद्र गुस्से से आगबबूला हो गए। उन दिनों वे नंबर वन स्टार थे। निर्देशक रमेश सिप्पी भी उनसे दब कर रहते थे। धर्मेंद्र ने रमेश सिप्पी से कह दिया कि शोले में संजीव कुमार और हेमा मालिनी का साथ में एक भी सीन नहीं होना चाहिए।

रमेश सिप्पी को उन दोनों के साथ के सभी सीन काटने पड़ गए। फिल्म रिलीज हुई, शुरू में फ्लॉप करार देने के बाद तीसरे हफ्ते से खूब चलने लगी। इस फिल्म के बाद हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की जोड़ी हिट हो गई। धर्मेंद्र ने हेमा को ही नहीं, उनकी मां को भी मना लिया। साउथ इंडियान दामाद ढूंढने वाली अम्मा पंजाबी दामाद को अपनाने पर मजबूर हो गई।

अब देखते हैं संजीव कुमार का क्या हाल हुआ? संजीव कुमार का दिल टूट गया। वे खूब शराब पीने लगे। उन्होंने शादी नहीं की, हालांकि दूसरी कई हीरोइनें उनके पीछे थी। पर संजीव कुमार अंत तक हेमा मालिनी को भुला नहीं पाए। इसके दस साल बाद उनकी डेथ हुई, तब तक वे अकेलेपन और शराब के बुरी तरह शिकार हो चुके थे।