Vikrant Shekhawat : Jun 30, 2021, 06:31 AM
Delhi: कोरोना के खिलाफ जारी वैक्सीननेशन का काम जोरों पर है, लेकिन महामारी के लगातार आते नए वैरिएंट ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है कि क्या वैक्सीन इन वैरिएंट्स पर असरदार है। इस बीच रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी की निर्माता कंपनी ने दावा किया है कि यह डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ करीब 90 फीसदी प्रभावी है।
कंपनी के निर्माताओं की ओर से आज मंगलवार को कहा गया कि कोरोना का खतरनाक डेल्टा वैरिएंट पर यह वैक्सीन करीब 90 फीसदी प्रभावी है।शॉट, जिसे रूस ने विदेश में सक्रिय रूप से बिक्री की है, पहले शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस के ओरिजिनल स्ट्रेन के खिलाफ करीब 92% असरदार पाया था।रॉयटर्स ने समाचार एजेंसी RIA की रिपोर्ट के आधार पर बताया कि, मॉस्को के गामालेया इंस्टीट्यूट के उप निदेशक डेनिस लोगुनोव, जिन्होंने स्पूतनिक वी विकसित किया, ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट की प्रभावकारिता आंकड़े की गणना डिजिटल मेडिकल और वैक्सीन रिकॉर्ड के आधार पर की गई थी।डेल्टा वैरिएंट जिम्मेदाररूसी अधिकारियों ने हाल के दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में उछाल के लिए संक्रामक डेल्टा वैरिएंट को जिम्मेदार ठहराया था, जिनका कहना था कि सभी नए मामलों में यह करीब 90% हिस्सा है, और रूस के कई लोगों की अनिच्छा के बावजूद वैक्सीनेशन किया गया था।गामालेया इंस्टीट्यूट के निदेशक अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग के अनुसार, दुनियाभर के देशों ने डेल्टा वैरिएंट को लेकर खतरे का आगाह किया है।करीब 14।4 करोड़ की आबादी वाले रूस ने चार स्वदेशी निर्मित वैक्सीन को मंजूरी दी है और महामारी की शुरुआत के बाद से करीब 55 लाख मामले दर्ज किए गए हैं।
कंपनी के निर्माताओं की ओर से आज मंगलवार को कहा गया कि कोरोना का खतरनाक डेल्टा वैरिएंट पर यह वैक्सीन करीब 90 फीसदी प्रभावी है।शॉट, जिसे रूस ने विदेश में सक्रिय रूप से बिक्री की है, पहले शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस के ओरिजिनल स्ट्रेन के खिलाफ करीब 92% असरदार पाया था।रॉयटर्स ने समाचार एजेंसी RIA की रिपोर्ट के आधार पर बताया कि, मॉस्को के गामालेया इंस्टीट्यूट के उप निदेशक डेनिस लोगुनोव, जिन्होंने स्पूतनिक वी विकसित किया, ने बताया कि डेल्टा वैरिएंट की प्रभावकारिता आंकड़े की गणना डिजिटल मेडिकल और वैक्सीन रिकॉर्ड के आधार पर की गई थी।डेल्टा वैरिएंट जिम्मेदाररूसी अधिकारियों ने हाल के दिनों में कोरोना वायरस के मामलों में उछाल के लिए संक्रामक डेल्टा वैरिएंट को जिम्मेदार ठहराया था, जिनका कहना था कि सभी नए मामलों में यह करीब 90% हिस्सा है, और रूस के कई लोगों की अनिच्छा के बावजूद वैक्सीनेशन किया गया था।गामालेया इंस्टीट्यूट के निदेशक अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग के अनुसार, दुनियाभर के देशों ने डेल्टा वैरिएंट को लेकर खतरे का आगाह किया है।करीब 14।4 करोड़ की आबादी वाले रूस ने चार स्वदेशी निर्मित वैक्सीन को मंजूरी दी है और महामारी की शुरुआत के बाद से करीब 55 लाख मामले दर्ज किए गए हैं।