कोरोना वायरस (Coronavirus) के कारण पिछले करीब 4 महीनों से क्रिकेट ठप्प पड़ा हुआ था. जिस वजह से कई क्रिकेट बोर्ड कंगाली की कगार पर पहुंच गए. हालांकि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज (England vs West Indies) टेस्ट सीरीज से अब इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हो चुकी है. मगर इस सीरीज पर और आने वाले कई टूर्नामेंट पर कोरोना का असर पड़ा है. जहां इस सीरीज का आयोजन खाली स्टेडियम में किया जा रहा है, वहीं इस महामारी की वजह से कई सीरीज रद्द हो गई हैं. एशिया कप भी स्थगित हो गया है. यही नहीं इस साल होने वाले टी20 विश्व कप पर भी संकट के बादल मंडरा रहा है. आईपीएल (IPL) भी इस महामारी के कारण स्थगित हो गया. कोरोना वायरस ने क्रिकेट को काफी नुकसान पहुंचाया. अधिकतर बोर्ड कंगाल हो गए. नुकसान को कम करने के लिए क्रिकेटर्स और स्टाफ के वेतन में कटौती की गई. कोरोना ने पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket) को बर्बाद कर दिया. पाकिस्तान बोर्ड के लिए एशिया कप का टलना बड़ा झटका साबित हुआ. इंग्लैंड दौरे पर गई पाकिस्तान टीम के लिए स्पॉन्सर के साथ घाटे का सौदा करना पड़ा.
एशिया कप स्थगित होने से पाकिस्तान को लगा बड़ा झटका
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को सबसे बड़ा झटका एशिया कप के स्थगित होने से लगा. इस साल सितंबर में पाकिस्तान की मेजबानी में एशिया कप का आयोजन होना था, मगर कोरोना वायरस के कारण इसे अगले साल तक के लिए टाल दिया गया है. एशियन क्रिकेट काउंसिल इसे अब अगले साल जून में आयोजित करवाने की योजना बना रहा है. इस साल टूर्नामेंट न होने से पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा. एशिया कप से पाकिस्तान को दो तरह से झटका लगा. पहले तो इसका आयोजन पाकिस्तान में होना था, मगर इस बात से हर कोई वाकिफ था कि पाकिस्तान में होने के कारण टीम इंडिया इसमें हिस्सा नहीं ले पाती और भारत और पाकिस्तान के मुकाबले सबसे ज्यादा कमाई करने वाले मुकाबलों में से एक हैं. हालांकि पिछले दिनों पाकिस्तान बोर्ड ने यह कहकर न्यूट्रल वेन्यू पर टूर्नामेंट की मेजबानी करने का फैसला लिया था कि श्रीलंका में कोरोना के मामले उनके देश की तुलना में कम है. ऐसे में श्रीलंका में टूर्नामेंट का आयोजन करने पर भी पाकिस्तान बोर्ड को फायदा होता, मगर अब स्थगित होने से उसे वहां से भी फायदा नहीं होगा.
सस्ते भाव लोगो के अधिकार बेचने को मजबूर पाकिस्तान
पाकिस्तान को अगले महीने इंग्लैंड की मेजबानी में तीन टेस्ट और तीन टी20 मैचों की सीरीज खेलनी है. टीम इंग्लैंड में हैं और क्वारंटाइन है. हालांकि टीम की जर्सी पर अभी तक किसी स्पॉन्सर का कोई लोगो नहीं दिखा, मगर काफी हाथ पैर मारने में बाद अब पाकिस्तान बोर्ड को स्पॉन्सर मिल गया है, मगर उसे इसके लिए पिछले बार की तुलना में काफी घाटा हुआ है. सूत्र के अनुसार पीसीबी ने ट्रांसमीडिया के साथ एक साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर करने का फैसला किया है. यह कंपनी पिछले कुछ वर्षों से पीसीबी में विभिन्न प्रायोजन और मीडिया अधिकार खरीद रही है. ट्रांसमीडिया पहले से ही सहयोगी प्रायोजक के तौर पर पीसीबी को सालाना 15 करोड़ (पाकिस्तानी) रुपये का भुगतान कर रहा है. सूत्र ने बताया, ट्रांसमीडिया ने पाकिस्तान टीम की जर्सी और किट पर मुख्य लोगो के लिए तीन साल के सौदे के लिए 60 करोड़ रुपये की पेशकश की है. कई कोशिश के बाद पर निराशा का सामना करने के बाद बोर्ड ने अब 20 करोड़ रुपये में एक साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर करने का फैसला किया है. सूत्र ने बताया कि पीसीबी अगले साल फिर से लोगो अधिकार की नीलामी कर सकता है. इससे पहले पेप्सी का तीन साल का करार 55 लाख डालर (लगभग 91 करोड़ पाकिस्तानी रुपये) का था जो पिछले महीने खत्म हो गया. सूत्र के मुताबिक कंपनी नये करार के लिए पिछली रकम का 30 प्रतिशत ही देना चाहती थी लेकिन करार को आगे नहीं बढ़ाने का फैसला नहीं किया. पाकिस्तानी टीम इंग्लैंड दौरे पर है और वो लोगो के अलावा शाहिद अफरीदी फाउंडेशन का लोगो भी अपनी जर्सी पर लगाएगी.
पीएसएल के बचे मैचों पर भी संकट
कोरोना वायरस के कारण पाकिस्तान सुपर लीग को भी बीच में रोक दिया गया था और इस सीजन के कुछ मैच बचे हुए हैं, मगर पाकिस्तान बोर्ड सीजन पूरा करवाने के पक्ष में नहीं दिख रहा है. पिछले दिनों पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने लीग की फ्रेंचाइजी सदस्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर लीग पर बातचीत की. बोर्ड ने बचे हुए मैचों के आयोजन से घाटा होने की बात कही. पीएसएल के चार मैच बचे हुए हैं. पीएसएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग में कहा गया कि बचे हुए मैचों का आयोजन करने पर करीब 5 करोड़ रुपयों का खर्चा आएगा और इनसे कुछ भी आय नहीं होगी. आमदनी के नाम पर करीब 1 करोड़ की होगी.
आईपीएल के आयोजन पर पानी फेरने की तैयारी कर रहा था पाकिस्तान
कोरोना वायरस के कारण इस साल मार्च में होने वाले आईपीएल को भी स्थगित कर दिया. मगर बीसीसीआई इस साल इसके आयोजन की कोशिश कर रहा है. टी20 वर्ल्ड कप स्थगित होने पर बीसीसीआई को विंडो मिल जाएगी. बीसीसीआई 26 सितंबर से 8 नवंबर के बीच आईपीएल के आयोजन की तैयारी कर रहा है. मगर पहले पाकिस्तान की कोशिश आईपीएल के आयोजन पर पानी फेरने की थी. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (Pakistan Cricket Board) ने ऐलान किया था कि किसी भी कीमत पर वे सितंबर में होने वाले एशिया कप को आईपीएल से बदलने की अनुमति नहीं देंगे. पीसीबी के सोर्स ने इनसाइडस्पोर्ट से बात करते हुए कहा था कि पीसीबी आईपीएल के लिए सितंबर में एशिया कप की विंडो नहीं देगा.