Vikrant Shekhawat : Feb 10, 2023, 08:30 PM
पटना. आगामी 25 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर रहेंगे. वे वाल्मिकी नगर और पटना में कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसी तारीख को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पूर्णिया में संयुक्त रूप से महागठबंधन की रैली को संबोधित करेंगे. सात दलों की इस रैली के जरिये महागठबंधन सीमांचल की सियासत को साधने की कोशिश करेगा. इस बीच तेजस्वी यादव ने भाजपा के इंटरनल सर्वे की बात कहकर बिहार की राजनीति गर्म कर दी है.तेजस्वी यादव ने सीमांचल की रैली को लेकर पूछे गए मीडिया के सवालों पर कहा कि पूर्णिया से महागठबंधन की आम सभा की शुरुआत होने जा रही है. पूर्णिया में जब अमित शाह आए थे, तो हमने मुख्यमंत्री जी के साथ मिलकर तभी यह तय कर लिया था कि हमलोग भी पूर्णिया के उसी मैदान से अपने रैली की शुरुआत करेंगे. महागठबंधन के सातों दलों के साथ हमलोग वहां पर आमसभा करने जा रहे हैं. अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि किसी को कोई रोक नहीं कर सकता है.तेजस्वी यादव ने आगे कहा, भाजपा के लोगों ने एक इंटरनल सर्वे कराया था. जिसमें यह रिपोर्ट आई है कि 40 लोकसभा सीटों में 37 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी हारने की कगार पर है. साथ ही 3 सीटें ऐसी हैं, जहां कड़ा मुकाबला होगा. उपमुख्यमंत्री ने कहा अगर अभी पार्लियामेंट का चुनाव हो जाए तो तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी.तेजस्वी यादव ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में हमलोग बस 12000 वोटों से पीछे रह गए थे. अब तो माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की पार्टी जेडीयू और जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा भी हमारे साथ है. ऐसे में सोचिए कि भाजपा के पास सीटें कहां से बचेंगी.तेजस्वी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार बिहार के साथ सौतेला व्यवहार करती है. इस बार के भी बजट में बिहार को कुछ भी नहीं मिला है. हमलोग पूर्णिया की रैली में अपनी बात को लोगों के पास रखेंगे और यह बताने का काम करेंगे कि केंद्र सरकार क्षेत्रीय दलों को खत्म करने के विचार में है. ये लोग धर्म के नाम पर खेल करना चाहते हैं.डिप्टी सीएम ने उपेंद्र कुशवाहा को लेकर पूछे गए सवालों पर तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकतंत्र में मालिक जनता है. हमारा कोई बैर उपेंद्र कुशवाहा से नहीं है. कुशवाहा जी हमारे साथ आए थे तो हमने उनका सम्मान किया था. अब उनकी क्या राय है और वो बोलते हैं, ये हमें नहीं पता है. लोकतंत्र में जनता मालिक है और जनता हमारे साथ है. जनता जो चाहेगी वही होगा.