Vikrant Shekhawat : Jul 02, 2021, 07:25 AM
शिमला। हिमाचल प्रदेश में कोरोना की पाबंदियों में दी गई कुछ और रियायतें गुरुवार से लागू हो गई हैं। धार्मिक स्थल दर्शनों के लिए खोल दिए गए हैं। महाविद्यालयों में ग्रेजुएशन कर रहे फाइनल ईयर की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। साथ ही इंटर स्टेट बस सर्विस भी शुरू हो गई है। कोरोना के नियमों के तहत बस सेवा शुरू हो गई है। धार्मिक स्थलों की बात करें तो राजधानी शिमला में जिला प्रशासन ने एसओपी जारी की हैं, जिनमें 27 तरह के नियमों की सख्ती से पालना के साथ श्रद्धालु दर्शन के लिए आ सकते हैं। मंदिर में आने वाले हर व्यक्ति का रिकार्ड रखा जा रहा है, मंदिर के गेट पर तापमान चेक किया जा रहा है। मंदिर के भीतर प्रवेश करने और बाहर जाने के लिए नियमों के तहत इंतजाम किए गए हैं। मंदिर के भीतर किसी भी चीज को छूने की इजाजत नहीं है। राजधानी शिमला के प्रसिद्ध कालीबाड़ी मंदिर में भक्त माता रानी के दर्शनों के लिए आते रहे। हालांकि कोरोना के चलते काफी कम संख्या में भक्त मंदिर पहुंच रहे हैं, जो पहुंच रहा है वो काफी खुश नजर आ रहा है।
महाविद्यालयों में बीए बीएससी और बी।कॉम के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं भी आज से शुरू हो गई। कोरोना के नियमों के तहत ही परीक्षाएं आयोजित करवाई जा रही हैं। कॉलेज गेट पर छात्रों का टेम्परेचर चैक किया जा रहा है और साथ सेनिटाइजेशन किया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिग और सेनीटाइजेशन के लिए कॉलेज प्रशासन ने अलग-अलग कमेटियां बनाई हैं। शिमला के कोटशेरा कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ।अनुपमा गर्ग ने बताया कि एग्जामिनेशन हॉल में क्षमता से 50 फीसदी ही छात्र बिठाए जा रहे हैं। सभी तरह के नियमों की पालना की जा रही है। परीक्षा देने आए छात्र भी काफी खुश नजर आए।इंटर स्टेट बस सर्विस भी शुरू हो गई है। राजधानी शिमला के आईएसबीटी में खासी चहल पहल देखने को मिली। कोरोना के नियमों के तहत ही बसें की आवाजाही शुरू हुई है। बसों की कुल क्षमता से 50 फीसदी सवारी को ही यात्रा करने की इजाजत दी गई है। आईएसबीटी में एचआरटीसी के कंट्रोल रूम इंचार्ज रमानंद ठाकुर ने कहा कि सरकार की ओर से 70 फीसदी इंटरस्टेट रूटों पर बस सेवा शुरू करने के आदेश हैं जिसके तहत एक जुलाई को एचआरटीसी की 40 बसें बाहरी राज्यों के लिए चलाई गईं। पंजाब, दिल्ली, हरिद्वार,चंडीगढ़ और पंजाब के लिए बस सर्विस शुरू हुई। शिमला से दिल्ली के लिए वॉल्बो बस सर्विस भी शुरू की गई। उन्होंने कहा कि पहले दिन सवारियां थोड़ी कम हैं अगर सवारियों की संख्या बढ़ती है तो बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इस फैसले से सवारियों ने राहत की सांस ली है। रामपुर से अपने घर झारखंड जा रहे प्रवासी मजदूर पंचम जाधव ने बताया कि वो ढेड़ साल बाद अपने घर जा रहे हैं।
महाविद्यालयों में बीए बीएससी और बी।कॉम के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं भी आज से शुरू हो गई। कोरोना के नियमों के तहत ही परीक्षाएं आयोजित करवाई जा रही हैं। कॉलेज गेट पर छात्रों का टेम्परेचर चैक किया जा रहा है और साथ सेनिटाइजेशन किया जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिग और सेनीटाइजेशन के लिए कॉलेज प्रशासन ने अलग-अलग कमेटियां बनाई हैं। शिमला के कोटशेरा कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ।अनुपमा गर्ग ने बताया कि एग्जामिनेशन हॉल में क्षमता से 50 फीसदी ही छात्र बिठाए जा रहे हैं। सभी तरह के नियमों की पालना की जा रही है। परीक्षा देने आए छात्र भी काफी खुश नजर आए।इंटर स्टेट बस सर्विस भी शुरू हो गई है। राजधानी शिमला के आईएसबीटी में खासी चहल पहल देखने को मिली। कोरोना के नियमों के तहत ही बसें की आवाजाही शुरू हुई है। बसों की कुल क्षमता से 50 फीसदी सवारी को ही यात्रा करने की इजाजत दी गई है। आईएसबीटी में एचआरटीसी के कंट्रोल रूम इंचार्ज रमानंद ठाकुर ने कहा कि सरकार की ओर से 70 फीसदी इंटरस्टेट रूटों पर बस सेवा शुरू करने के आदेश हैं जिसके तहत एक जुलाई को एचआरटीसी की 40 बसें बाहरी राज्यों के लिए चलाई गईं। पंजाब, दिल्ली, हरिद्वार,चंडीगढ़ और पंजाब के लिए बस सर्विस शुरू हुई। शिमला से दिल्ली के लिए वॉल्बो बस सर्विस भी शुरू की गई। उन्होंने कहा कि पहले दिन सवारियां थोड़ी कम हैं अगर सवारियों की संख्या बढ़ती है तो बसों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। इस फैसले से सवारियों ने राहत की सांस ली है। रामपुर से अपने घर झारखंड जा रहे प्रवासी मजदूर पंचम जाधव ने बताया कि वो ढेड़ साल बाद अपने घर जा रहे हैं।