स्पोर्ट्स / एशेज के साथ आज से टेस्ट चैंपियनशिप का आगाज

इंग्लैंड में आज से टेस्ट क्रिकेट की सबसे बड़ी सीरीज एशेज की शुरुआत हो रही है। इसी ऐतिहासिर सीरीज के साथ आईसीसी के नए कार्यक्रम टेस्ट चैंपियनशिप का भी आगाज हो जाएगा। ICC ने टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ाने के मकसद से टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत की है। वर्ल्ड कप में जीत के बाद इंग्लैंड एशेज टेस्ट सीरीज को भी अपने नाम कर घरेलू सीजन का अंत दोहरी कामयाबी के साथ करना चाहेगा।

NavBharat Times : Aug 01, 2019, 11:23 AM
बर्मिंगम. पहली बार वनडे का वर्ल्ड चैंपियन बनी इंग्लैंड क्रिकेट टीम के लिए आज से एक और बड़ी चुनौती इंतजार कर रही है, बस क्रिकेट का फॉर्मेट अलग है। विश्व विजेता के सामने अब क्रिकेट की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विताओं में से एक एशेज सीरीज सामने है, जहां वह बर्मिंगम में पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया से लोहा लेगा। खास बात यह है कि आज से इसी टेस्ट के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की भी शुरुआत हो रही है, जिसे क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट की लोकप्रियता बनाए रखने के लिए इस खेल की ग्लोबल संस्था इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने शुरू किया है। 

वर्ल्ड कप में जीत के बाद इंग्लैंड एशेज टेस्ट सीरीज को भी अपने नाम कर घरेलू सीजन का अंत दोहरी कामयाबी के साथ करना चाहेगा। वर्ल्ड कप अगर 50 ओवर के फॉर्मेट की सबसे बड़ी प्रतियोगिता है, तो टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के लिए एशेज से बढ़कर कुछ नहीं है। पिछले कई वर्षों में यह इंग्लैंड के लिए सबसे महत्वपूर्ण घरेलू सीजन है और उसने इसकी शुरुआत पहली बार वर्ल्ड कप जीतकर की। 

ऑस्ट्रेलियाई प्रतिष्ठा दांव पर 

टिम पेन के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया एशेज सीरीज जीतकर साउथ अफ्रीका में पिछले साल बॉल टैंपरिंग एपिसोड को पीछे छोड़ने की कोशिश करेगा जिसके कारण पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरून बैंक्रॉफ्ट को प्रतिबंध का सामना करना पड़ा था। एजबेस्टन में इन तीनों बल्लेबाजों के खेलने की उम्मीद है और बैनक्रॉफ्ट को भी उसी तरह की हूटिंग का सामना करना पड़ सकता है, जैसा वर्ल्ड कप के दौरान वॉर्नर और स्मिथ को झेलना पड़ा था। 

बैन के बाद वॉर्नर-स्मिथ टेस्ट में वापसी को बेकरार 

हालांकि स्मिथ, वॉर्नर और बैनक्रॉफ्ट तीनों ही बैन के बाद लंबे फॉर्मेट में वापसी करते हुए खुद को साबित करने के लिए बेकरार होंगे। वॉर्नर ने वर्ल्ड कप में भी बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम 19 साल से इंग्लैंड में एशेज सीरीज जीतने में नाकाम रही है और उसके बल्लेबाजों को सीम गेंदबाजी की अनुकूल पिचों पर ड्यूक गेंद के सामने जूझना पड़ा है। 

मेजबान इंग्लैंड के लिए कुछ चिंता भी 

ऐसा नहीं है कि इंग्लिश टीम पूरी तरह आश्वस्त है। वर्ल्ड कप के स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली इस टीम को पिछले हफ्ते आयरलैंड ने लॉर्ड्स पर एकमात्र टेस्ट की पहली पारी में सिर्फ 85 रन पर ढेर कर दिया था, जिससे टीम के टॉप ऑर्डर की कमजोरी उजागर होती है। इंग्लैंड हालांकि आयरलैंड के खिलाफ टेस्ट जीतने में सफल रहा था। 

नंबर 3 पर उतरेंगे जो रूट 

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट की दोबारा तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने की योजना है, जिससे कि सरे के रोरी बर्न्स और जेसन राय की नई ओपनिंग जोड़ी की मौजूदगी वाले टॉप ऑर्डर को मजबूती मिल सके। इंग्लैंड के बोलिंग अटैक की कमान एक बार फिर जेम्स एंडरसन के हाथों में होगी जो अब वनडे क्रिकेट नहीं खेलते। 

इंग्लैंड की प्लेइंग XI 

इंग्लैंड की टीम ने मैच की पूर्व संध्या पर ही अपनी प्लेइंग XI की घोषणा कर दी है। वर्ल्ड कप में शानदार गेंदबाजी करने वाले जोफ्रा आर्चर को उम्मीद रही होगी कि वह ऐतिहासिक सीरीज की शुरुआत के साथ ही अपना टेस्ट करियर का आगाज कर लेंगे। लेकिन अभी अपने टेस्ट डेब्यू के लिए उन्हें थोड़ा और इंतजार करना होगा। पहले टेस्ट में आर्चर को जगह नहीं मिली है। 

इंग्लैंड: रोरी बर्न्स, जेसन रॉय, जो रूट (कप्तान), जो डेनली, जोस बटलर, बेन स्टोक्स, जॉनी बेयरस्टो (विकेटकीपर), मोईन अली, क्रिस वोक्स, स्टुअर्ट ब्रॉड, जेम्स एंडरसन। 

ऑस्ट्रेलिया का संभावित प्लेइंग XI 

टिम पेन के नेतृत्व में खेल रही कंगारू टीम टॉस के बाद ही टीम के प्लेइंग XI अपने पत्ते खोलेगी। इस सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलियाई दल में 17 खिलाड़ी हैं। 

ऑस्ट्रेलिया: टिम पेन (कप्तान), कैमरून बैंक्रॉफ्ट, पैट कमिंस, मार्कस हैरिस, जोस हेजलवुड, ट्रेविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशाने, नाथन लियोन, मिचेल मार्श, मिचेल नेसेर, जेम्स पैटिंसन, पीटर सीडल, स्टीव स्मिथ, मिचेल स्टार्क, मैथ्यू वेड, डेविड वॉर्नर।