Vikrant Shekhawat : Jul 02, 2021, 06:43 AM
नई दिल्ली। यूरोपीयन मेडिकल एजेंसी (EMA) ने कहा है कि यूरोपीय यूनियन (EU) में अप्रूव सभी दो डोज वाली वैक्सीन कोरोना के डेल्टा वैरिएंट (Delta Variant) के खिलाफ कारगर हैं। एजेंसी की वैक्सीन रणनीति के प्रमुख मार्को कैवेलरी ने कहा-वैक्सीनेशन के दौरान मिले डेटा से पता चला है कि यूरोपीय यूनियन में दो डोज वाली सभी वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट से सुरक्षा देती हैं और पर्याप्त एंटी बॉडी जेनरेट करती हैं।
उन्होंने कहा-'डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों को लेकर चिंताओं से हम वाकिफ हैं।' दरअसल EMA ने यह बयान विश्व स्वास्थ्य संगठन के उस वक्तव्य के बाद दिया है जिसमें यूरोप में डेल्टा वैरिएंट के प्रसार को लेकर चिंता जाहिर की गई थी। यूरोपीय यूनियन में इस वक्त चार वैक्सीन के जरिए वैक्सीनेशन किया जा रहा है। ये वैक्सीन हैं- फाइज़र, मॉडर्ना, एस्ट्राजेनेका और जॉनसन एंड जॉनसन।उम्रदराज लोगों के वैक्सीनेशन को प्राथमिकता में रखा जा रहा हैEMA ने यह भी कहा है कि यूरोप में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर उम्रदराज लोगों के वैक्सीनेशन को प्राथमिकता में रखा जा रहा है। एजेंसी ने सभी वैक्सीन निर्माता कंपनियों से भी कहा है कि वो कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ अपनी वैक्सीन के प्रभाव की स्टडी करें। सभी स्टडी का मूल्यांकन EMA द्वारा किया जाएगा।
वैक्सीन मिक्सिंग अभी नहींवैक्सीन मिक्सिंग को लेकर एजेंसी ने कहा है कि इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं लेकिन वर्तमान की स्थिति में रणनीति में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता।बता दें हाल ही में यूरोपीयन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ECDC) ने कहा है कि डेल्टा वैरिएंट का बुरी तरह प्रसार हो सकता है। विशेष तौर पर युवाओं में जिन्हें अभी तक वैक्सीन नहीं मिली है। एजेंसी ने कहा है कि नया डेल्टा वैरिएंट ज्यादा संक्रामक है। अनुमान जाहिर किया गया है कि अगस्त महीने के आखिरी तक यूरोप में 90 फीसदी मामले इसी वैरिएंट से संबंधित हो सकते हैं। एजेंसी का अनुमान है कि डेल्टा वैरिएंट अपने पूर्ववर्ती अल्फा वैरिएंट से 40-60 गुना अधिक संक्रामक हो सकता है।
उन्होंने कहा-'डेल्टा वैरिएंट के बढ़ते मामलों को लेकर चिंताओं से हम वाकिफ हैं।' दरअसल EMA ने यह बयान विश्व स्वास्थ्य संगठन के उस वक्तव्य के बाद दिया है जिसमें यूरोप में डेल्टा वैरिएंट के प्रसार को लेकर चिंता जाहिर की गई थी। यूरोपीय यूनियन में इस वक्त चार वैक्सीन के जरिए वैक्सीनेशन किया जा रहा है। ये वैक्सीन हैं- फाइज़र, मॉडर्ना, एस्ट्राजेनेका और जॉनसन एंड जॉनसन।उम्रदराज लोगों के वैक्सीनेशन को प्राथमिकता में रखा जा रहा हैEMA ने यह भी कहा है कि यूरोप में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर उम्रदराज लोगों के वैक्सीनेशन को प्राथमिकता में रखा जा रहा है। एजेंसी ने सभी वैक्सीन निर्माता कंपनियों से भी कहा है कि वो कोरोना के नए वैरिएंट के खिलाफ अपनी वैक्सीन के प्रभाव की स्टडी करें। सभी स्टडी का मूल्यांकन EMA द्वारा किया जाएगा।
वैक्सीन मिक्सिंग अभी नहींवैक्सीन मिक्सिंग को लेकर एजेंसी ने कहा है कि इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं लेकिन वर्तमान की स्थिति में रणनीति में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता।बता दें हाल ही में यूरोपीयन सेंटर फॉर डिजीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ECDC) ने कहा है कि डेल्टा वैरिएंट का बुरी तरह प्रसार हो सकता है। विशेष तौर पर युवाओं में जिन्हें अभी तक वैक्सीन नहीं मिली है। एजेंसी ने कहा है कि नया डेल्टा वैरिएंट ज्यादा संक्रामक है। अनुमान जाहिर किया गया है कि अगस्त महीने के आखिरी तक यूरोप में 90 फीसदी मामले इसी वैरिएंट से संबंधित हो सकते हैं। एजेंसी का अनुमान है कि डेल्टा वैरिएंट अपने पूर्ववर्ती अल्फा वैरिएंट से 40-60 गुना अधिक संक्रामक हो सकता है।