Vikrant Shekhawat : Apr 22, 2023, 09:40 AM
Poonch Attack: आज देशभर में ईद मनाई जा रही है. शुक्रवार को रमजान महीने की आखिरी जुमा की नमाज अदा की गई. जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में सांगियोटे गांव पड़ता है. यहां करीब 4 हजार घर हैं. राष्ट्रीय रायफल्स ने इफ्तारी का इंतजाम किया था. इसकी तैयारी की गई थी. कई लोगों को निमंत्रण भेजा गया था. सेना का ट्रक इफ्तारी का सामान लेकर गांव पहुंच रहा था. तभी आतंकियों ने घात लगाकार हमला कर दिया. इसमें हमारे पांच जवान शहीद हो गए.ईद के मौके पर भी पूरा गांव ग़म में डूबा हुआ है. त्योहार की रौनक गायब हो गई है. हर आंख नम है. वो सैनिक जो उनकी हिफाजत कर रहे थे. वो ईद अच्छे से मना पाएं इसका ख्याल रख रहे थे उन्हीं को आतंकियों ने मार दिया. गांव वालों का कहना है कि अब क्या ईद और क्या इफ्तारी?इफ्तारी का सामान लेकर जा रहा था ट्रकउन्होंने कहा कि हमारे पांच जवान शहीद हो गए. उनके परिवारवालों पर क्या गुजर रही होगी. ईद तो हर साल आती है मगर वो हमारे पांच जवान अब कभी वापस नहीं आएंगे. सेना का ट्रक बालाकोट के बसूनी राष्ट्रीय रायफल्स हेडक्वार्टर से सामान लेकर जा रहा था. पुंछ और राजौरी के बीच सेना की गाड़ियों का आवागमन कुछ ज्यादा है. यहां पर आरआर की तैनाती है.पांच जवान शहीद, एक घायलशुक्रवार दोपहर तीन बजे सामान ने भरा ट्रक तोता गली को पार कर रहा था. यहां से 7-8 किलोमीटर का रास्ता बचा था. आतंकी पहले से ही यहां घात लगाकर बैठे थे. तभी आतंकियों ने कई तरफ से हमला कर दिया. हमले के बाद तुरंत सेना के जवान और आस-पास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे. यहां पहुंचकर देखा तो पांच जवानों के शव जले हुए पाए गए. जबकि एक जवान बुरी तरह झुलसा हुआ था. उस जवान को अस्तपाल पहुंचाया गया.गांव वाले नहीं मनाएंगे ईदघटनास्थल पर फल और बाकी सामान फैला हुआ था. सांगियोट पंचायत के सरपंच मुख्तियाज खान भी उन लोगों में शामिल थे जिनको इफ्तारी का निमंत्रण मिला था. इस घटना ने उनको बुरी तरह तोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि अब क्या इफ्तार जब हमारे पांच जवान शहीद हो गए. क्योंकि वो सारे जवान उन्हीं गांव के आस-पास ही तैनात रहते थे. गांववालों से उनका दिल लग गया था. आज वो केवल नमाज अदा करेंगे और कोई पर्व नहीं मनाएंगे.