NavBharat Times : Jul 21, 2020, 08:41 AM
Covid19: कोरोना वायरस के कई लक्षणों में एक और नया लक्षण शामिल हो गया है। आप इस बीमारी को लेकर किसी तरह से कंफ्यूज ना हों, क्योंकि यह एक ऐसी महामारी है जो हमारे जीवन काल में अचानक से पनपी और विकराल रूप धारण कर लिया। इसलिए इसके लक्षणों से लेकर इसकी वैक्सीन और दवाओँ तक सबकी खोज हमें ही करनी है। इसलिए पैनिक होने की वजाय प्रैक्टिकल होकर सोचें...
मुश्किल है लेकिन डरना नहीं है-कोविड-19 और अन्य किसी फ्लू में अंतर करना इसलिए भी मुश्किल होता है क्योंकि शुरुआती स्तर पर कोरोना के लक्षण आम फ्लू की तरह ही नजर आते हैं। जैसे बुखार, सूखी खांसी और सांस लेने में दिक्कत।-जैसे ही कोरोना के अन्य लक्षणों के बारे में पता चला तो सामने आया कि सर्दी लगना, स्मेल और टेस्ट का खत्म हो जाना भी कोरोना के लक्षण हैं। ये सभी दिक्कतें किसी भी आम फ्लू और वायरल के दौरान होती हैं।-कोरोना के ताजा लक्षणों में शामिल हुआ है मुंह में रैशेज का होना। यह जानकारी स्पेन के डॉक्टर्स द्वारा जारी की गई है। जिनके पास पिछले दिनों ऐसे कई केस पहुंचे हैं, जिनमें कोरोना मरीजों को माउथ रैशेज की समस्या था। माउथ रैशेज की समस्या को मेडिकल की भाषा में एनाथंम (Enanthem) कहा जाता है।
देसी के दीवाने हुए युवा, आयुष मंत्रालय का बड़ा रोल-यह स्टडी 15 जुलाई को जामा डर्मेटॉलजी (JAMA Dermatology) में प्रकाशित हुई है। इसमें बताया गया है कि पिछले कुछ समय में कोरोना के जितने मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं, उनमें 21 पेशंट्स में स्किन रैशेज की समस्या मिली। इन 21 में से 6 पेशंट्स ऐसे थे जिन्हें माउथ रैशेज की समस्या थी।
कोरोना के संक्रमण का नया लक्षण-इस बारे में न्यू यॉर्क सिटी स्थित लेनॉक्स हिल हॉस्पिटल के डर्मेटॉलजिस्ट डॉक्टर माइकल ग्रीन का कहना है कि एनाथंम आमतौर पर छोटे धब्बे होते हैं। ये म्यूकस मेम्ब्रेन पर पनपते हैं और मुख्य रूप से लाल या सफेद होते हैं। ये वायरल इंफेक्शन के मरीजों, चिकनपॉक्स से ग्रसित पेशंट्स, हैंड, फूट और माउथ डिजीज से पीड़ित लोगों में अधिक देखने को मिलता है। वायरल फीवर में श्लेष्म झिल्ली (म्यूकस मेम्ब्रेन) पर माउथ रैशेज होना बहुत सामान्य है।
गौर किया जाना है जरूरी-कोरोना संक्रमित मरीजों में इस तरह की समस्या का मिलता एक दम नया लक्षण है, यह भी नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि ज्यादातर केसेज में कोरोना के मरीजों की ओरल हेल्थ और माउथ कैविटी की जांच शुरुआती स्तर पर नहीं की गई ।
मुश्किल है लेकिन डरना नहीं है-कोविड-19 और अन्य किसी फ्लू में अंतर करना इसलिए भी मुश्किल होता है क्योंकि शुरुआती स्तर पर कोरोना के लक्षण आम फ्लू की तरह ही नजर आते हैं। जैसे बुखार, सूखी खांसी और सांस लेने में दिक्कत।-जैसे ही कोरोना के अन्य लक्षणों के बारे में पता चला तो सामने आया कि सर्दी लगना, स्मेल और टेस्ट का खत्म हो जाना भी कोरोना के लक्षण हैं। ये सभी दिक्कतें किसी भी आम फ्लू और वायरल के दौरान होती हैं।-कोरोना के ताजा लक्षणों में शामिल हुआ है मुंह में रैशेज का होना। यह जानकारी स्पेन के डॉक्टर्स द्वारा जारी की गई है। जिनके पास पिछले दिनों ऐसे कई केस पहुंचे हैं, जिनमें कोरोना मरीजों को माउथ रैशेज की समस्या था। माउथ रैशेज की समस्या को मेडिकल की भाषा में एनाथंम (Enanthem) कहा जाता है।
देसी के दीवाने हुए युवा, आयुष मंत्रालय का बड़ा रोल-यह स्टडी 15 जुलाई को जामा डर्मेटॉलजी (JAMA Dermatology) में प्रकाशित हुई है। इसमें बताया गया है कि पिछले कुछ समय में कोरोना के जितने मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं, उनमें 21 पेशंट्स में स्किन रैशेज की समस्या मिली। इन 21 में से 6 पेशंट्स ऐसे थे जिन्हें माउथ रैशेज की समस्या थी।
कोरोना के संक्रमण का नया लक्षण-इस बारे में न्यू यॉर्क सिटी स्थित लेनॉक्स हिल हॉस्पिटल के डर्मेटॉलजिस्ट डॉक्टर माइकल ग्रीन का कहना है कि एनाथंम आमतौर पर छोटे धब्बे होते हैं। ये म्यूकस मेम्ब्रेन पर पनपते हैं और मुख्य रूप से लाल या सफेद होते हैं। ये वायरल इंफेक्शन के मरीजों, चिकनपॉक्स से ग्रसित पेशंट्स, हैंड, फूट और माउथ डिजीज से पीड़ित लोगों में अधिक देखने को मिलता है। वायरल फीवर में श्लेष्म झिल्ली (म्यूकस मेम्ब्रेन) पर माउथ रैशेज होना बहुत सामान्य है।
गौर किया जाना है जरूरी-कोरोना संक्रमित मरीजों में इस तरह की समस्या का मिलता एक दम नया लक्षण है, यह भी नहीं कहा जा सकता है। क्योंकि ज्यादातर केसेज में कोरोना के मरीजों की ओरल हेल्थ और माउथ कैविटी की जांच शुरुआती स्तर पर नहीं की गई ।