Vikrant Shekhawat : Aug 27, 2019, 03:56 PM
राजस्थान के पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं की महामारी को सामूहिक प्रयासों से रोका जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों से 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद ही निर्धारित लाइसेंस प्राप्त करके ही वाहन चलाने का आग्रह किया। सिंह मंगलवार को विद्याश्रम स्कूल में सड़क सुरक्षा अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। महानिदेशक ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस आमजन की सहायता के लिए है। वर्दीधारी व्यक्ति भी हमारे बीच के ही है और हमारी सुरक्षा के लिए है। उन्हें आमजन द्वारा सहयोग व सम्मान दिया जाने की आवश्यकता है। अतिरिक्त महानिदेशक यातायात पी के सिंह ने बताया कि प्रदेश में 22 अगस्त से प्रारंभ हुआ सड़क सुरक्षा अभियान 30 अगस्त तक संचालित किया जा रहा है। इस अभियान के तहत प्रदेश भर में सड़क सुरक्षा के संबंध में अनेक कार्यक्रम आयोजित कर जनसमुदाय को ट्रेफिक नियमाें की पालना के लिये प्रेरित किया जा रहा है। ट्रैफिक नियमों की पालना नही करने वालो के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष प्रदेश में 10 हजार 300 से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। किसी व्यक्ति द्वारा सड़क पर की गई गलती से दूसरे व्यक्तियों की जान खतरे में पड़ सकती है। उन्होंने बताया कि नए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों के वाहन चलाने पर 25 हजार रुपए तक का जुर्माना व अभिभावकों को 1 से 3 माह तक जेल की सजा हो सकती है।डीसीपी ट्रैफिक राहुल प्रकाश ने हमें स्वतंत्रता का अर्थ समझकर अनुशासित तरीके से व्यवहार करना चाहिये। उन्होंने विद्यार्थियों को स्वयं ट्रैफिक नियमों का पालन करने के साथ ही अपने अभिभावकों को ट्रैफिक नियमों के पालन के लिए प्रेरित करें। इस अवसर पर इएचसीसी के न्यूरो सर्जन डा. सुशील तापड़िया, सीईओओ डा. प्राची प्रकाश व विद्याश्रम स्कूल की प्रिंसिपल ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने आकर्षक लघु नाटिका प्रस्तुत की। नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति को भी सराहा गया। इस अवसर पर बच्चों को ट्रैफिक से संबंधित लघु फिल्में भी दिखाई गई।