देश / लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलती एसयूवी का वीडियो आया सामने

सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया है जिसमें रविवार को एक ग्रे एसयूवी लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश) में प्रदर्शनकारी किसानों को कुचलती दिख रही है। वीडियो में एसयूवी के तेज़ रफ्तार में जाने से पहले एक आदमी उसके बोनट पर गिरता दिख रहा है। रविवार को यहां हुई हिंसा में 4 किसानों समेत 9 लोगों की मौत हुई थी।

Vikrant Shekhawat : Oct 05, 2021, 02:52 PM
नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चढाने के मामले में एक नया वीडियो सामने आया है. हम आपको बता दें एबीपी न्यूज इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता. इस वीडियो में गाड़ी कौन चला रहा है ये भी साफ तौर पर नहीं दिख रहा है. ये वीडियो आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने ट्विटर पर डाला है.

ट्वविटर पर वीडियो पोस्ट करते हुए संजय सिंह ने लिखा, ''क्या इसके बाद भी कोई प्रमाण चाहिये? देखिये सत्ता के अहंकार में चूर गुंडे ने किसानो को अपनी गाड़ी के नीचे कैसे रौंदकर मार दिया कुछ चैनल ज्ञान दे रहे थे मंत्री का बेटा जान बचाने के लिए भागा.'' इसके साथ ही संजय सिंह ने #किसान_हत्यारी_भाजपा हैशटैग का भी इस्तेमाल किया.

इसके साथ ही यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने भी इस वीडियो ट्विटर पर साझा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. श्रीनिवास ने लिखा, ''न तो कोई किसान 'उपद्रव' मचा रहा था. न ही कोई किसान 'गाड़ी' पर पथराव कर रहा था. मंत्री का बेटा अपने बाप के आदेश का पालन कर रहा था. किसानों को बेरहमी से पीछे से कुचल रहा था. अब सब कुछ सामने है. शर्म करो नरेंद्र मोदी.''

वीडियो में क्या दिख रहा है?

इस वीडियो में शुरुआत में किसान जाते दिख रहे हैं...पीछे से एक काले और मिलिट्री कलर की SUV आती है और किसानों को पीछे से टक्कर मारती हुई निकलने लगती है, इस बीच एक बुजुर्ग किसान गाड़ी की बोनट पर भी गिरता हुआ साफ दिखता है, तस्वीरें बहुत साफ नहीं है, लेकिन कार जिस तरह से टक्कर मारती हुई निकलती है उससे लगता है कि कई किसानों को रौंदती हुई कार आगे निकल गई है, घटनास्थल पर चीख पुकार मच जाती है , कुछ लोग पीछे सड़क पर घायल पड़े दिखते हैं, तभी पीछे से एक और काले रंग की एक और SUV आती है और तेजी से आगे निकल जाती है.

किसानों और प्रशासन के बीच हुआ समझौता

लखीमपुर खीरी में दो दिनों के बवाल के बाद किसानों और प्रशासन के बीच समझौता हो गया है. प्रशासन और किसानों ने बीच जो समझौता हुआ उसके मुताबिक 4 मृतक किसानों को 45 -45 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा, घटना में घायल किसानों को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा, हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से पूरे मामले की न्यायिक जांच करवाई जाएगी. मृतकों के परिवार से किसी एक को सरकारी नौकरी दी जाएगी और 8 दिन के अंदर आरोपियों को गिरफ्तारी का भरोसा दिया गया है.