Yevgeny Prigozhin Death / मॉस्को पर अटैक करेगा वैगनर- प्रिगोजिन की मौत का बदला लेने की तैयारी

रूस की प्राइवेट सेना के चीफ येवगेनी प्रिगोजिन के प्लेन क्रैश में मारे जाने के बाद वैगनर पीएमसी ग्रुप रूसी सत्ता से खफा है. वैगनर ग्रुप ने पहले ही रूसी सेना को प्लेन क्रैश के लिए जिम्मेदार ठहराया है. अब कंपनी के लड़ाकों में हड़कंप मचा है. प्रिगोजिन की मौत के बाद वे आगबबूला हैं. वैगनर के बदले की भावना को लेकर रूसी खुफिया एजेंसी को इनपुट मिले हैं. रूसी सुरक्षा एजेंसी ने Zoom News को इस बात की जानकारी दी है.

Vikrant Shekhawat : Aug 24, 2023, 02:53 PM
Yevgeny Prigozhin Death: रूस की प्राइवेट सेना के चीफ येवगेनी प्रिगोजिन के प्लेन क्रैश में मारे जाने के बाद वैगनर पीएमसी ग्रुप रूसी सत्ता से खफा है. वैगनर ग्रुप ने पहले ही रूसी सेना को प्लेन क्रैश के लिए जिम्मेदार ठहराया है. अब कंपनी के लड़ाकों में हड़कंप मचा है. प्रिगोजिन की मौत के बाद वे आगबबूला हैं. वैगनर के बदले की भावना को लेकर रूसी खुफिया एजेंसी को इनपुट मिले हैं. रूसी सुरक्षा एजेंसी ने Zoom News को इस बात की जानकारी दी है.

वैगनर ग्रुप के चीफ रहे येवगेनी प्रिगोजिन जून महीने में तब चर्चा में आए जब उन्होंने पुतिन सत्ता को चुनौति दे दी. वह रूस के रक्षा मंत्री के खिलाफ अपने लड़ाकों के साथ मॉस्को के दो किलोमीटर दायरे में आ गए थे. इस बीच रास्ते में कुछ शहरों पर कब्जे का भी दावा किया था. बाद में पता चला कि व्लादिमीर पुतिन और प्रिगोजिन के बीच एक डील हुई और मामला शांत हो गया. स्थानीय मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि इस तरह की डील आमतौर पर एक राजनीतिक विरोधी के साथ होती है और ना कि बगावती आतंकवादी के साथ.

प्लेन में सवार थे दस लोग, प्रिगोजिन का राइट हैंड भी मारा गया

वैगनर ग्रुप की तरफ से एक टेलीग्राम चैनल ग्रे जोन पर प्लेन क्रैश के कुछ देर बाद ही दावा किया गया कि रूसी सेना ने प्लेन पर हमला किया है. हालांकि, कंपनी की तरफ से इसको लेकर कोई सबूत पेश नहीं किया गया. प्लेन में प्रिगोजिन समेत सात वैगनर से संबंधित सात लोग सवार थे. इसमें उनके राइट हैंड दिमित्री उक्तिन भी मौजूद थे. इनके अलावा एक पायलट, को-पायलट और एक फ्लाइट अटेंडेंट भी सवार थे. रूस ने दावा किया कि सभी के शव बरामद कर लिए गए हैं.

प्रिगोजिन की मौत बगावत करने वालों को सीधा संदेश

वैगनर का विद्रोह राष्ट्रपति पुतिन के अधिकार के लिए एक सीधी चुनौती थी. 24 घंटे की बगावत ने पुतिन की सत्ता को हिला दिया था. पुतिन ने खुद बताया कि रूस वैगनर को फंडिंग दे रहा था. पैसे से स्पष्टतः वफादारी नहीं खरीदी जा सकती थी. अगर यह सत्ता में बैठे लोगों द्वारा बदले की कार्रवाई थी, तो यह प्रिगोझिन के वफादारों और रूस में किसी भी अन्य व्यक्ति को दो स्पष्ट संदेश भेजता है जो सशस्त्र प्रतिरोध पर विचार कर रहे होंगे: कोशिश मत करो या फिर देखो कि बगावत करने वालों के साथ क्या होता है.