देश / वॉलमार्ट ने निकाला भारत में 56 अधिकारियों को, 8 टॉप अधिकारी भी शामिल

ओयो रूम्स के बाद अब घाटे में चल रही वॉलमार्ट इंडिया भी अपने स्टोर्स बिजनस को समेटने की तैयारी में है। समाचार एजेंसी Reuters ने वॉलमार्ट (इंडिया) के प्रेसिडेंट और सीईओ कृष अय्यर के हवाले से बताया कि भारतीय इंकाई के 56 अधिकारियों को निकाल दिया है, जिसमें अध्यक्ष और सीईओ सहित प्रबंधन के 8 वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं।

News18 : Jan 13, 2020, 02:37 PM
नई दिल्ली।  ओयो रूम्स (OYO Rooms) के बाद अब घाटे में चल रही वॉलमार्ट इंडिया (Walmart India) भी अपने स्टोर्स बिजनस को समेटने की तैयारी में है।  समाचार एजेंसी Reuters ने वॉलमार्ट (इंडिया) के प्रेसिडेंट और सीईओ कृष अय्यर के हवाले से बताया कि भारतीय इंकाई के 56 अधिकारियों को निकाल दिया है, जिसमें अध्यक्ष और सीईओ सहित प्रबंधन के 8 वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं।  बताया जा रहा है कि भारत में कारोबार की रिस्ट्रक्चरिंग की वजह से छंटनी की गई है। 

इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी गुरुग्राम स्थित मुख्यालय में काम करने वाले सोर्सिंग, ऐग्री बिजनस और FMCG डिविजन के वाइस प्रेसिडेंट्स सहित 100 से अधिक सीनियर एग्जिक्यूटिव्स की छंटनी करने वाली है।  रिपोर्ट के मुताबिक, वॉलमार्ट ने एक टाउनहॉल में इसकी घोषणा की है। 

टॉप लेवल पर छटनी

रिपोर्ट में बताया गया है कि वॉलमार्ट को देश में कैश-ऐंड-कैरी बिजनस में कोई भविष्य नजर नहीं आ रहा और यह छटनी इस बिजनस को बेचने या फ्लिपकार्ट के बैक-एंड के साथ अपने कामकाज को मिलाने की शुरुआत हो सकती है।  कंपनी मुंबई में फुलफिलमेंट सेंटर भी बंद करने की तैयारी में है।  इसके साथ ही वॉलमार्ट भारत में और ज्यादा स्टोर भी नहीं खोलेगी। 

अप्रैल में फिर छटनी

भारत में वॉलमार्ट को प्रॉफिट नहीं मिला है।  खबर है कि कंपनी में इस वर्ष और लोगों की भी छटनी हो सकती है।  मीडिया रिपोर्ट में कंपनी के शीर्ष अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि यह छटनी का पहला दौर है और हमें अप्रैल तक ऐसा दोबारा होने का अनुमान है। 

टाटा ग्रुप ने वॉलमार्ट का होलसेल बिजनस खरीदने के लिए बातचीत की थी, लेकिन उसे बाद में यह फायदेमंद सौदा नहीं लगा।  वॉलमार्ट इंडिया के बेस्ट प्राइस स्टोर्स का मार्च 2019 तक 2,180. 8 करोड़ रुपये का लॉस था।  पिछले वित्तीय वर्ष में वॉलमार्ट इंडिया की सेल्स 4,095 करोड़ रुपये और नेट लॉस 171. 6 करोड़ रुपये था।  कैश-ऐंड-कैरी सेगमेंट में इसकी प्रतिद्वंद्वी मेट्रो टॉप पर है।  मेट्रो के 27 स्टोर हैं और इसका रेवेन्यू 6,500 करोड़ रुपये से अधिक है।